Thursday, 22 August 2019

Milne Ki Tum Koshish Karna lyrics in Hindi - मिलने की तुम कोशिश करना

फिल्म - दिल का क्या कसूर (1992)

गीतकार - मदन पाल

संगीतकार - नदीम-श्रवण

स्वर - आशा भोंसले, कुमार सानू


मिलने की तुम कोशिश करना वादा कभी ना करना -2
वादा तो टूट जाता है -4
मिलने की तुम कोशिश करना वादा कभी ना करना -2
वादा तो टूट जाता है -4
 
जब भी तेरा जी चाहे तू पास मेरे आ जाना
मेरा प्यार बस तेरे लिए है तू ना कभी घबराना  -2
लेकिन सपनों में मिलने की कभी ना कोशिश करना -2
सपना तो टूट जाता है -4

होती है बेदर्द बहुत ही इस दुनिया की रस्में
मुश्किल कर देती हैं निभाना प्यार वफ़ा की कसमें -2
शीशे जैसे अरमां लेकर राहों से ना गुज़रना -2 
मिलने की तुम कोशिश करना वादा कभी ना करना -2
वादा तो टूट जाता है -4
 

Tumhare Shehar Ka Mausam Bada Suhana Lage lyrics in Hindi - तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे



तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे

मैं एक शाम चुरा लूं अगर बुरा ना लगे


तुम्हारे बस में अगर हो तो भूल जाओ मुझे

तुम्हें भुलाने में शायद मुझे जमाना लगे


जो डूबना है तो इतने सुकून से डूबो

के आस पास की लहरों को भी पता ना लगे


वो फूल जो मेरे दामन से हो गए मंसूब

ख़ुदा करे उन्हें बाज़ार की हवा ना लगे


न जाने क्या है किसी की उदास आँखों में

वो मुंह छुपा के भी जाए तो बेवफ़ा ना लगे


तू इस तरह से मेरे साथ बेवफ़ाई कर

के तेरे बाद मुझे कोई बेवफ़ा ना लगे


तुम आँख मूँद के पी जाओ ज़िंदगी 'क़ैसर'

के एक घूँट में शायद ये बदमज़ा ना लगे



~~ क़ैसर-उल जाफ़री

Friday, 14 June 2019

Khata to Jab Ho lyrics in Hindi - ख़ता तो जब हो

फिल्म - दिल का क्या कसूर (1992)

गीतकार - अनवर सागर 

संगीतकार - नदीम-श्रवण 

स्वर - कुमार सानू, अलका याग्निक 

 

खता तो जब हो के हम हाल-ए-दिल किसी से कहें -3
किसी को चाहते रहना कोई खता तो नहीं -2
खता तो जब हो के हम हाल-ए-दिल किसी से कहें
किसी को चाहते रहना कोई खता तो नहीं -2

अमीर तू है-2 तो इतना जरा बता दे मुझे
गरीब मैं हूँ मगर ये मेरी खता तो नहीं-2
किसी को चाहते रहना कोई खता तो नहीं

तुझे भी प्यार है-2 मुझसे मैं जानती हूँ सनम
ये बात और है मुझसे कभी कहा तो नहीं -2
किसी को चाहते रहना कोई खता तो नहीं

हर एक पल मैं-2 तुझे याद किया करता हूँ
तुझे भुला के मैं पल भर कभी जिया तो नहीं -2
किसी को चाहते रहना कोई खता तो नहीं
खता तो जब हो के हम हाल-ए-दिल किसी से कहें
किसी को चाहते रहना कोई खता तो नहीं-4

Kitni Chahat Chhupayen Baitha Hoon lyrics in Hindi - कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ


फिल्म - हिम्मतवर (1996)

गीतकार - समीर 

संगीतकार - नदीम-श्रवण 

स्वर - बाबुल सुप्रियो, साधना सरगम


कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
तुम जो आये हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं
सारी दुनिया भुलाये बैठी हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
तुम जो आये हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं

शोख़ धड़कन की जवानी तुम हो
अब तो साँसों की रवानी तुम हो
जो लिखी है मेरे ख्यालों ने
खूबसूरत वो कहानी तुम हो
 मैं भी सपने सजाये बैठी हु
ये ना कहना के बेक़रार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
तुम जो आये हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं

चाँद तारों की सुहानी रातें
कैसे भूलूँगी वो मुलाकातें
कितनी दिलकश है कितनी प्यारी है
याद आती है तुम्हारी बातें
दिल की शम्मां जलाए बैठा हूँ
अब तो खुद पे भी इख़्तियार नहीं
सारी दुनिया भुलाये बैठी हु
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
तुम जो आये हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं

Monday, 18 March 2019

Muskurane Ki Wajah Tum Ho lyrics in Hindi

                      मुस्कुराने की वज़ह तुम हो

फिल्म - सिटी लाइट्स (2014)

गीतकार - रश्मि सिंह

संगीतकार - जीत गांगुली 

स्वर - अरिजीत सिंह 


मुस्कुराने की वज़ह तुम हो 
गुनगुनाने की वजह तुम हो
जिया जाए ना, जाए ना, जाए ना
ओ रे पिया रे
जिया जाए ना, जाए ना, जाए ना
ओ रे पिया रे
ओ रे लम्हें तू कहीं मत जा
हो सके तो उम्र भर थम जा
जिया जाए ना, जाए ना, जाए ना
ओ रे पिया रे
जिया जाए ना, जाए ना, जाए ना
ओ रे पिया रे, पिया रे

धूप आए तो, छांव तुम लाना
ख्वाहिशों की बारिशों में
भीग संग जाना
धूप आए तो, छांव तुम लाना
ख्वाहिशों की बारिशों में भीग संग जाना - 2
जिया जाए ना जाए ना जाए ना
ओ रे पिया रे
जिया जाए ना जाए ना जाए ना
ओ रे पिया रे, पिया रे

जो मिले उसमें काट लेंगे हम
थोड़ी खुशियां थोड़े आंसू बांट लेंगे हम - 2
जो मिले उसमें काट लेंगे हम
जिया जाए ना जाए ना जाए ना
ओ रे पिया रे
जिया जाए ना जाए ना जाए ना
ओ रे पिया रे, पिया रे
मुस्कुराने की वजह तुम हो
गुनगुनाने की वजह तुम हो
जिया जाए ना जाए ना जाए ना
ओ रे पिया रे
जिया जाए ना जाए ना जाए ना
ओ रे पिया रे, पिया रे

Bol Naa Halke Halke lyrics in Hindi

                          बोल ना हल्के  - हल्के 

फिल्म  - झूम बराबर झूम (2007)

गीतकार - गुलज़ार 

संगीतकार - शंकर-एहसान-लॉय 

स्वर - रहत फ़तेह अली खान, महालक्ष्मी अय्यर 


धागे तोड़ लाओ चाँदनी से नूर के
घूंघट ही बना लो रौशनी से नूर के
शर्म आ गयी तो आगोश में लो
साँसों से उलझी रहे मेरी सांसें
बोल ना हल्के-हल्के, बोल ना हल्के-हल्के
होंठ से हल्के-हल्के, बोल ना हल्के

आ नींद का सौदा करें, इक ख्वाब दें, इक ख्वाब लें
इक ख्वाब तो आँखों में है, इक चाँद के तकिये तले
कितने दिनों से ये आसमां भी सोया नहीं है, इसको सुला दे
बोल ना हल्के-हल्के, बोल ना हल्के-हल्के
होंठ से हल्के-हल्के, बोल ना हल्के
 
उमरें लगी कहते हुए, दो लफ्ज़ थे इक बात थी
वो इक दिन सौ साल का, सौ साल की वो रात थी
कैसा लगे जो चुपचाप दोनों, पल-पल में पूरी सदियाँ बिता दें
बोल ना हल्के-हल्के, बोल ना हल्के-हल्के
होंठ से हल्के-हल्के, बोल ना हल्के
होंठ से हल्के-हल्के, बोल ना हल्के

Suna Hai Log Use Aankh Bhar Ke Dekhte Hain - सुना है लोग उसे आँख भर के देखते हैं

सुना है लोग उसे आँख भर के देखते हैं
सो उसके शहर में कुछ दिन ठहर के देखते हैं

सुना है रब्त है उसको ख़राब हालों से
सो अपने आप को बरबाद कर के देखते हैं

सुना है दर्द की गाहक है चश्म-ए-नाज़ उसकी
सो हम भी उसकी गली से गुज़र के देखते हैं

सुना है उसको भी है शेर-ओ-शायरी से शगफ़
सो हम भी मोजज़े अपने हुनर के देखते हैं

सुना है बोले तो बातों से फूल झड़ते हैं
ये बात है तो चलो बात कर के देखते हैं

सुना है रात उसे चाँद तकता रहता है
सितारे बाम-ए-फ़लक से उतर के देखते हैं

सुना है हश्र हैं उसकी ग़ज़ाल सी आँखें
सुना है उस को हिरन दश्त भर के देखते हैं

सुना है दिन को उसे तितलियाँ सताती हैं
सुना है रात को जुगनू ठहर के देखते हैं

सुना है रात से बढ़ कर हैं काकुलें उसकी
सुना है शाम को साये गुज़र के देखते हैं

सुना है उसकी सियाह चश्मगी क़यामत है
सो उसको सुरमाफ़रोश आह भर के देखते हैं

सुना है उसके लबों से गुलाब जलते हैं
सो हम बहार पर इल्ज़ाम धर के देखते हैं

सुना है आईना तमसाल है जबीं उसकी
जो सादा दिल हैं उसे बन सँवर के देखते हैं

सुना है जब से हमाइल हैं उसकी गर्दन में
मिज़ाज और ही लाल-ओ-गौहर के देखते हैं

सुना है चश्म-ए-तसव्वुर से दश्त-ए-इम्काँ में
पलंग ज़ाविए उसकी कमर के देखते हैं

सुना है उसके बदन के तराश ऐसे हैं
के फूल अपनी क़बायेँ कतर के देखते हैं

वो सर-ओ-कद है मगर बे-गुल-ए-मुराद नहीं
के उस शजर पे शगूफ़े समर के देखते हैं

बस एक निगाह से लुटता है क़ाफ़िला दिल का
सो रहर्वान-ए-तमन्ना भी डर के देखते हैं

सुना है उसके शबिस्तान से मुत्तसिल है बहिश्त
मकीन उधर के भी जलवे इधर के देखते हैं

रुके तो गर्दिशें उसका तवाफ़ करती हैं
चले तो उसको ज़माने ठहर के देखते हैं

किसे नसीब के बे-पैरहन उसे देखे
कभी-कभी दर-ओ-दीवार घर के देखते हैं

कहानियाँ हीं सही सब मुबालग़े ही सही
अगर वो ख़्वाब है ताबीर कर के देखते हैं

अब उसके शहर में ठहरें कि कूच कर जायेँ
फ़राज़ आओ सितारे सफ़र के देखते हैं

अभी कुछ और करिश्मे ग़ज़ल के देखते हैं
फ़राज़ अब ज़रा लहजा बदल के देखते हैं

जुदाइयां तो मुक़द्दर हैं फिर भी जाने सफ़र
कुछ और दूर ज़रा साथ चलके देखते हैं

रह-ए-वफ़ा में हरीफ़-ए-खुराम कोई तो हो
सो अपने आप से आगे निकल के देखते हैं

तू सामने है तो फिर क्यों यकीं नहीं आता
यह बार बार जो आँखों को मल के देखते हैं

ये कौन लोग हैं मौजूद तेरी महफिल में
जो लालचों से तुझे, मुझे जल के देखते हैं

यह कुर्ब क्या है कि यकजाँ हुए न दूर रहे
हज़ार इक ही कालिब में ढल के देखते हैं

न तुझको मात हुई न मुझको मात हुई
सो अबके दोनों ही चालें बदल के देखते हैं

यह कौन है सर-ए-साहिल कि डूबने वाले
समन्दरों की तहों से उछल के देखते हैं

अभी तलक तो न कुंदन हुए न राख हुए
हम अपनी आग में हर रोज़ जल के देखते हैं

बहुत दिनों से नहीं है कुछ उसकी ख़ैर ख़बर
चलो फ़राज़ को ऐ यार चल के देखते हैं

                   
                                                                    ~ अहमद फ़राज़