Thursday, 3 November 2016

Lyrics of Raha Gardishon Me Hardam

                                                          रहा गर्दिशों में हरदम.......


फिल्म - दो बदन (1966)

गीतकार - शकील बदायूंनी 

संगीतकार - रवि 

स्वर - मोहम्मद रफ़ी 



रहा गर्दिशों में हरदम , मेरे इश्क़ का सितारा - 2
कभी डगमगाई कश्ती , कभी खो गया किनारा 
रहा गर्दिशों में हरदम.....

कोई दिल के खेल देखे , के मोहब्बतों की बाज़ी - 2 
वो कदम कदम पे जीते , मैं कदम कदम पे हारा 
रहा गर्दिशों में हरदम , मेरे इश्क़ का सितारा 
रहा गर्दिशों में हरदम.....

ये हमारी बदनसीबी , जो नहीं तो और क्या है -3 
के उसी के हो गए हम , जो ना हो सका हमारा  
रहा गर्दिशों में हरदम , मेरे इश्क़ का सितारा 
रहा गर्दिशों में हरदम.....

पड़े जब ग़मों से पाले , रहे मिट के मिटने वाले - 2 
जिसे मौत ने ना पूछा , उसे ज़िंदगी ने मारा 
रहा गर्दिशों में हरदम , मेरे इश्क़ का सितारा 

कभी डगमगाई कश्ती , कभी खो गया किनारा 
रहा गर्दिशों में हरदम.....





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