आज जाने की ज़िद ना करो - 2
यूँ ही पहलू में बैठे रहो
आज जाने की ज़िद न करो
हाय मर जाएंगे हम तो लुट जाएंगे
ऐसी बातें किया ना करो
आज जाने की ज़िद ना करो
हाय मर जाएंगे हम तो लुट जाएंगे
ऐसी बातें किया ना करो
आज जाने की ज़िद ना करो
तुम ही सोचो ज़रा क्यूँ ना रोकें तुम्हें
जान जाती है जब उठ के जाते हो तुम- 2
तुमको अपनी क़सम जानेजां
बात इतनी मेरी मान लो
आज जाने की ज़िद ना करो
यूं ही पहलू में बैठे रहो
आज जाने की ज़िद ना करो
हाय मर जाएंगे हम तो लुट जाएंगे
ऐसी बातें किया ना करो
आज जाने की ज़िद ना करो
वक़्त की कैद में ज़िन्दगी है मगर - 2
चंद घड़ियां यही हैं जो आज़ाद है - 2
इनको खो कर मेरी जानेजाँ
उम्र भर ना तरसते रहो
आज जाने की ज़िद ना करो
हाय मर जाएंगे हम तो लुट जाएंगे
ऐसी बातें किया ना करो
आज जाने की ज़िद ना करो
कितना मासूम रंगीन है ये समां
हुस्न और इश्क़ की आज मैराज़ है - 2
कल की किसको ख़बर जानेजाँ
रोक लो आज की रात को
आज जाने की ज़िद ना करो
यूँ ही पहलू में बैठे रहो
आज जाने की ज़िद ना करो
हाय मर जाएंगे हम तो लुट जाएंगे
ऐसी बातें किया ना करो
आज जाने की ज़िद ना करो
~ फ़य्याज़ हाशमी
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