फिल्म - दो रास्ते (1969)
गीतकार - आनंद बख़्शी
संगीतकार - लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
स्वर - मो. रफ़ी
ये रेशमी ज़ुल्फ़ें ये शरबती आँखें
इन्हें देख कर जी रहे हैं सभी - 2
ये रेशमी ज़ुल्फ़ें ये शरबती आँखें
इन्हें देख कर जी रहे हैं सभी - 2जो ये आँखें शरम से झुक जाएँगी -2
सारी बातें यहीं बस रुक जाएँगी
चुप रहना ये अफ़साना कोई इनको ना बतलाना
इन्हे देख कर पी रहे हैं सभी - 2
ये रेशमी ज़ुल्फ़ें ये शरबती आँखें
इन्हें देख कर जी रहे हैं सभी - 2जुल्फें मगरूर इतनी हो जाएँगी - 2
दिल को तड़पायेगी जी को तरसायेगी
ये कर देंगी दीवाना को इनको ना बतलाना
इन्हे देख कर जी रहें हैं सभी - 2
ये रेशमी ज़ुल्फ़ें ये शरबती आँखें
इन्हें देख कर जी रहे हैं सभी - 2
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