Thursday, 18 February 2021

Ye Duniya Ye Mehfil lyrics in Hindi -

फ़िल्म - हीर-राँझा (1970)

गीतकार - कैफ़ी आज़मी 

संगीतकार - मदन मोहन 

स्वर - मो. रफ़ी 

 

ये दुनिया ये महफिल मेरे काम की नहीं, मेरे काम की नहीं - 4

किसको सुनाऊँ हाल दिल-ए-बेकरार का
बुझता हुआ चराग हूँ अपने मज़ार का
ऐ काश भूल जाऊँ मगर भूलता नहीं
किस धूम से उठा था जनाज़ा बहार का
ये दुनिया ये महफिल मेरे काम की नहीं, मेरे काम की नहीं

अपना पता मिले ना ख़बर यार की मिले
दुश्मन को भी ना ऐसी सज़ा प्यार की मिले
उनको खुदा मिले है खुदा की जिन्हें तलाश
मुझको बस एक झलक मेरे दिलदार की मिले
ये दुनिया ये महफिल मेरे काम की नहीं, मेरे काम की नहीं

सेहरा में आके भी मुझको ठिकाना ना मिला
गम को भुलाने का कोई बहाना ना मिला
दिल तरसे जिसमें प्यार को क्या समझूँ उस संसार को
इक जीती बाज़ी हार के मैं ढूँढू बिछड़े यार को
ये दुनिया ये महफिल मेरे काम की नहीं, मेरे काम की नहीं

दूर निगाहों से आँसू बहाता है कोई
कैसे ना जाऊँ मैं मुझको बुलाता है कोई
या टूटे दिल को जोड़ दो या सारे बंधन तोड़ दो
ऐ पर्वत रास्ता दे मुझे ऐ काँटों दामन छोड़ दो
ये दुनिया ये महफिल मेरे काम की नहीं, मेरे काम की नहीं - 3

Tuesday, 16 February 2021

Milo Na Tum To lyrics in Hindi - मिलो न तुम तो

फ़िल्म - हीर-राँझा (1970)

गीतकार - कैफ़ी आज़मी 

संगीतकार - मदन मोहन 

स्वर - लता मंगेशकर 

 
मिलो न तुम तो हम घबराएं 
मिलो तो आँख चुराएं
हमें क्या हो गया है - 2 
मिलो न तुम तो हम घबराएं
मिलो तो आँख चुराएं
हमें क्या हो गया है - 2
 
तुम्हीं को दिल का राज़ बतायें
तुम्हीं से राज़ छुपायें
हमें क्या हो गया है - 2

ओ भोले साथिया
देखे जो शोखी तेरे प्यार की
ओ भोले साथिया - 2
देखे जो शोखी तेरे प्यार की
आँचल में भर ली हमने
सारी बहारें संसार की
नयी अदा से हम इतरायें
पायी खुशी लुटायें
हमें क्या हो गया है - 2 
मिलो न तुम तो हम घबराएं
मिलो तो आँख चुराएं
हमें क्या हो गया है - 2

रूठे कभी कभी मान गये
घातें तुम्हारी हम जान गये
ऐसी अदायें क़ुरबान गये
रूठे कभी कभी मान गये
तुम्हें मनायें दिल बहलायें
क्या क्या नाज़ उठायें
हमें क्या हो गया है - 2 
मिलो न तुम तो हम घबराएं
मिलो तो आँख चुराएं
हमें क्या हो गया है - 2

ओ सोहने जोगिया
रंग ले हमें भी इसी रंग में
ओ सोहने जोगिया -  2
रंग ले हमें भी इसी रंग में
फिर से सुना दे बंसी
कलियाँ खिला दे गोरे अंग में
वही जो तानें आग लगाये
उन्हीं से आग बुझाएं
हमें क्या हो गया है - 2 
मिलो न तुम तो हम घबराएं
मिलो तो आँख चुराएं
हमें क्या हो गया है - 2
तुम्हीं को दिल का राज़ बतायें
तुम्हीं से राज़ छुपायें
हमें क्या हो गया है - 2

Dil To Hai Dil lyrics in Hindi - दिल तो है दिल

फ़िल्म - मुक़द्दर का सिकंदर (1979)

गीतकार - अंजान 

संगीतकार - कल्याणजी-आनंदजी 

स्वर - लता मंगेशकर 

 

दिल तो है दिल, दिल का ऐतबार, क्या कीजै - 2
आ गया जो, किसी पे प्यार, क्या कीजै - 2
दिल तो है दिल, दिल का ऐतबार, क्या कीजै

यादों में तेरी खोई, रातों को मैं ना सोई
हालत ये मेरे मन की, जाने ना जाने कोई
बरसों हैं तरसी आँखें, जागी हैं प्यासी रातें
आई है आते-आते, होठों पे दिल की बातें
प्यार में तेरे, दिल का मेरे, कुछ भी हो अंजाम
बेक़रारी में है क़रार, क्या कीजै
आ गया जो, किसी पे प्यार, क्या कीजै - 2

छाए हैं मन में मेरे, मदहोश नैना तेरे
घेरे हैं तन को मेरे, तेरी बाहों के घेरे
दूरी सही न जाए, चैन कहीं ना आए
चलना है अब तो तेरी, पलकों के साए-साए
बस ना चले रे, शाम सवेरे ले के तेरा नाम
दिल धड़कता है बार-बार, क्या कीजै
आ गया जो, किसी पे प्यार, क्या कीजै - 2 
दिल तो है दिल, दिल का ऐतबार, क्या कीजै

Tere Chehre Se Nazar Nahi Hatati lyrics in Hindi - तेरे चेहरे से नज़र नहीं हटती

 फ़िल्म - कभी कभी (1976)

गीतकार - साहिर लुधियानवी 

संगीतकार - ख़ैय्याम 

स्वर - किशोर कुमार, लता मंगेशकर 

 

तेरे चेहरे से, तेरे चेहरे से नज़र नहीं हटती
नज़ारे हम क्या देखें - 2
तुझे मिलके भी, तुझे मिलके भी प्यास नहीं घटती
नज़ारे हम क्या देखें - 2

पिघले बदन तेरी तपती निगाहों से
शोलों की आँच आए बर्फ़ीली राहों से
पिघले बदन तेरी तपती निगाहों से
शोलों की आँच आए बर्फ़ीली राहों से
लगे कदमों से, लगे कदमों से आग लिपटती
नज़ारे हम क्या देखें - 2
तुझे मिलके भी, तुझे मिलके भी प्यास नहीं घटती
नज़ारे हम क्या देखें - 2

रंगों की बरखा है खुशबू का साथ है
किसको पता है अब दिन है कि रात है
रंगों की बरखा है खुशबू का साथ है
किसको पता है अब दिन है कि रात है
लगे दुनिया ही, लगे दुनिया ही आज सिमटती
नज़ारे हम क्या देखें - 2
तेरे चेहरे से, तेरे चेहरे से नज़र नहीं हटती
नज़ारे हम क्या देखें - 2

पलकों पे फैला तेरी पलकों का साया है
चेहरे ने तेरे मेरा चेहरा छुपाया है
पलकों पे फैला तेरी पलकों का साया है
चेहरे ने तेरे मेरा चेहरा छुपाया है
तेरे जलवों की, तेरे जलवों की धुँध नहीं छँटती
नज़ारे हम क्या देखें - 2 
तुझे मिलके भी, तुझे मिलके भी प्यास नहीं घटती
नज़ारे हम क्या देखें - 2
तेरे चेहरे से, तेरे चेहरे से नज़र नहीं हटती
नज़ारे हम क्या देखें - 2

Saturday, 13 February 2021

Haal Kya Hai Dilon Ka lyrics in Hindi - हाल क्या है दिलों का

फ़िल्म - अनोखी अदा (1973)

गीतकार - मज़रूह सुल्तानपुरी 

संगीतकार - लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल 

स्वर - किशोर कुमार 

 

हाल क्या है दिलों का न पूछो सनम - 2
आपका मुस्कुराना ग़ज़ब ढा गया
हाल क्या है दिलों का न पूछो सनम
आपका मुस्कुराना ग़ज़ब ढा गया
एक तो महफ़िल तुम्हारी हसीं कम न थी - 2
उसपे मेरा तराना ग़ज़ब ढा गया
एक तो महफ़िल तुम्हारी हसीं कम न थी
उसपे मेरा तराना ग़ज़ब ढा गया
हाल क्या है दिलों का न पूछो सनम

अब तो लहराया मस्ती भरी छाँव में - 2
बाँध दो चाहे घुँघरू मेरे पाँव में - 2
मैं बहकता नहीं था मगर क्या करूँ - 2
आज मौसम सुहाना ग़ज़ब ढा गया
मैं बहकता नहीं था मगर क्या करूँ
आज मौसम सुहाना ग़ज़ब ढा गया
हाल क्या है दिलों का न पूछो सनम

हर नज़र उठ रही है तुम्हारी तरफ़ - 2 
और तुम्हारी नज़र है हमारी तरफ़ - 2
आँख उठाना तुम्हारा तो फिर ठीक था - 2
आँख उठाकर, झुकाना ग़ज़ब ढा गया
आँख उठाना तुम्हारा तो फिर ठीक था
आँख उठाकर, झुकाना ग़ज़ब ढा गया
हाल क्या है दिलों का न पूछो सनम

मस्त आँखों का जादू जो शामिल हुआ - 2
मेरा गाना भी सुनने के क़ाबिल हुआ - 2
जिसको देखो वही आज बेहोश है - 2
आज तो मैं दीवाना ग़ज़ब ढा गया
जिसको देखो वही आज बेहोश है
आज तो मैं दीवाना ग़ज़ब ढा गया
एक तो महफ़िल तुम्हारी हसीं कम न थी
उसपे मेरा तराना ग़ज़ब ढा गया
हाल क्या है दिलों का न पूछो सनम

Jhilmil Sitaron Ka Aangan Hoga lyrics in Hindi - झिलमिल सितारों का आंगन होगा

 

फिल्म - जीवन-मृत्यु (1970)

गीतकार - आनंद बख़्शी 

संगीतकार - लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल 

स्वर - मो. रफ़ी, लता मंगेशकर

 

झिलमिल सितारों का आँगन होगा
रिमझिम बरसता सावन होगा
झिलमिल सितारों का आँगन होगा
रिमझिम बरसता सावन होगा
ऐसा सुंदर सपना अपना जीवन होगा
झिलमिल सितारों का आँगन होगा
रिमझिम बरसता सावन होगा
ऐसा सुंदर सपना अपना जीवन होगा
झिलमिल सितारों का आँगन होगा
रिमझिम बरसता सावन होगा
 
प्रेम की गली में एक छोटा सा घर बनाएंगे - 2
कलियाँ ना मिले ना सही काँटों से सजाएंगे
बगिया से सुंदर वो वन होगा
रिमझिम बरसता सावन होगा
झिलमिल सितारों का आँगन होगा
रिमझिम बरसता सावन होगा
 
तेरी आँखों से सारा संसार मैं देखूँगी - 2
देखूँगी इस पार या उस पार मैं देखूँगी
नैनों को तेरा ही दर्शन होगा
रिमझिम बरसता सावन होगा
झिलमिल सितारों का आँगन होगा
रिमझिम बरसता सावन होगा
 
फिर तो मस्त हवाओं के हम झोंके बन जाएंगे - 2
नैना सुन्दर सपनों के झरोखे बन जाएंगे
मन आशाओं का दर्पण होगा
रिमझिम बरसता सावन होगा
ऐसा सुंदर सपना अपना जीवन होगा
झिलमिल सितारों का आँगन होगा
रिमझिम बरसता सावन होगा
रिमझिम बरसता सावन होगा

Friday, 25 December 2020

Maine Puchha Chand se lyrics in Hindi - मैंने पूछा चांद से

 फिल्म - अब्दुल्ला (1980)

गीतकार - आनंद बख़्शी

संगीतकार - आर. डी. बर्मन

स्वर - मो. रफ़ी


मैंने पूछा चांद से कि देखा है कहीं मेरे यार सा हसीं
चांद ने कहा चांदनी की कसम, नहीं, नहीं, नहीं
मैंने पूछा चांद से कि देखा है कहीं मेरे यार सा हसीं
चांद ने कहा चांदनी की कसम, नहीं, नहीं, नहीं
मैंने पूछा चांद से

मैंने ये हिजाब तेरा ढूँढा, हर जगह शबाब तेरा ढूँढा
कलियों से मिसाल तेरी पूछी, फूलों में ज़वाब तेरा ढूँढा
मैंने पूछा बाग से फ़लक हो या ज़मीं, ऐसा फूल है कहीं
बाग ने कहा, हर कली की कसम, नहीं, नहीं, नहीं
मैंने पूछा चाँद से

चाल है के मौज की रवानी, ज़ुल्फ़ है के रात की कहानी
होठ हैं के आईने कमल के, आँख है के मयकदों की रानी
मैंने पूछा जाम से, फलक हो या ज़मीं, ऐसी मय भी है कहीं
जाम ने कहा, मयकशी की कसम, नहीं, नहीं, नहीं
मैंने पूछा चाँद से

खूबसुरती जो तूने पाई, लुट गयी खुदा की बस खुदाई
मीर की ग़ज़ल कहूँ तुझे मैं, या कहूँ ख़याम की रुबाई
मैं जो पूछूं शायरों से ऐसा दिलनशी, कोई शेर है कहीं
शायर कहे, शायरी की कसम, नहीं, नहीं, नहीं
मैंने पूछा चांद से कि देखा है कहीं मेरे यार सा हसीं
चांद ने कहा चांदनी की कसम, नहीं, नहीं, नहीं
मैंने पूछा चाँद से