फ़िल्म - हीर-राँझा (1970)
गीतकार - कैफ़ी आज़मी
संगीतकार - मदन मोहन
स्वर - लता मंगेशकर
मिलो न तुम तो हम घबराएं
मिलो तो आँख चुराएं
हमें क्या हो गया है - 2
हमें क्या हो गया है - 2
मिलो न तुम तो हम घबराएं
मिलो तो आँख चुराएं
हमें क्या हो गया है - 2
मिलो तो आँख चुराएं
हमें क्या हो गया है - 2
तुम्हीं को दिल का राज़ बतायें
तुम्हीं से राज़ छुपायें
हमें क्या हो गया है - 2
ओ भोले साथिया
देखे जो शोखी तेरे प्यार की
तुम्हीं से राज़ छुपायें
हमें क्या हो गया है - 2
ओ भोले साथिया
देखे जो शोखी तेरे प्यार की
ओ भोले साथिया - 2
देखे जो शोखी तेरे प्यार की
आँचल में भर ली हमने
सारी बहारें संसार की
नयी अदा से हम इतरायें
पायी खुशी लुटायें
हमें क्या हो गया है - 2
रूठे कभी कभी मान गये
सारी बहारें संसार की
नयी अदा से हम इतरायें
पायी खुशी लुटायें
हमें क्या हो गया है - 2
मिलो न तुम तो हम घबराएं
मिलो तो आँख चुराएं
हमें क्या हो गया है - 2
मिलो तो आँख चुराएं
हमें क्या हो गया है - 2
रूठे कभी कभी मान गये
घातें तुम्हारी हम जान गये
ऐसी अदायें क़ुरबान गये
ऐसी अदायें क़ुरबान गये
रूठे कभी कभी मान गये
तुम्हें मनायें दिल बहलायें
क्या क्या नाज़ उठायें
हमें क्या हो गया है - 2
ओ सोहने जोगिया
रंग ले हमें भी इसी रंग में
क्या क्या नाज़ उठायें
हमें क्या हो गया है - 2
मिलो न तुम तो हम घबराएं
मिलो तो आँख चुराएं
हमें क्या हो गया है - 2
मिलो तो आँख चुराएं
हमें क्या हो गया है - 2
ओ सोहने जोगिया
रंग ले हमें भी इसी रंग में
ओ सोहने जोगिया - 2
रंग ले हमें भी इसी रंग में
रंग ले हमें भी इसी रंग में
फिर से सुना दे बंसी
कलियाँ खिला दे गोरे अंग में
वही जो तानें आग लगाये
उन्हीं से आग बुझाएं
हमें क्या हो गया है - 2
कलियाँ खिला दे गोरे अंग में
वही जो तानें आग लगाये
उन्हीं से आग बुझाएं
हमें क्या हो गया है - 2
मिलो न तुम तो हम घबराएं
मिलो तो आँख चुराएं
हमें क्या हो गया है - 2
मिलो तो आँख चुराएं
हमें क्या हो गया है - 2
तुम्हीं को दिल का राज़ बतायें
तुम्हीं से राज़ छुपायें
हमें क्या हो गया है - 2
तुम्हीं से राज़ छुपायें
हमें क्या हो गया है - 2
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