तुम्हारी नज़रों में हमने देखा
फिल्म - कल की आवाज़ (1992)
गीतकार - समीर
संगीतकार - नदीम-श्रवण
स्वर - कुमार सानू, आशा भोंसले
तुम्हारी नज़रों में हम ने देखा अजब सी चाहत झलक रही है - 2
तुम्हारे होठों की सुर्खियों से -2
वफ़ा की शबनम छलक रही है
तुम्हारी नज़रों में हम ने देखा अजब सी चाहत झलक रही है - 2
हमारी सांसों को छू के देखो -2
तुम्हारी खुशबू महक रही है
तुम्हारी नज़रों में हम ने देखा अजब सी चाहत झलक रही है
क़सम ख़ुदा की यक़ीन करलो - 2
कहीं भी ना होगा हुस्न ऐसा
न देखो ऐसे झुका के पलकें - 2
हमारी नीयत बहक रही हैं
तुम्हारी नज़रों में हम ने देखा अजब सी चाहत झलक रही है - 2
तुम्हारी उल्फ़त में जानेजाना
- 2
हमें मिली थी जो एक धड़कन
हमारे सीने में आज तक वो - 2
तुम्हारी धड़कन धड़क रही हैं
तुम्हारी नज़रों में हम ने देखा अजब सी चाहत झलक रही है - 2
तुम्हारे होठों की सुर्खियों से -2
वफ़ा की शबनम छलक रही है
तुम्हारी नज़रों में हम ने देखा अजब सी चाहत झलक रही है - 2
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