फिल्म - गैम्बलर (1995)
गीतकार - नवाब आरज़ू
संगीतकार - अनु मलिक
स्वर - कुमार सानू, साधना सरगम
हम उनसे मोहब्बत करके दिन-रात सनम रोते हैं - 2
मेरी नींद गयी मेरा चैन गया - 2 और चैन से वो सोते हैं
हम उनसे मोहब्बत करके दिन-रात सनम रोते हैं - 2
मेरी नींद गयी मेरा चैन गया - 2 और चैन से वो सोते हैंहम उनसे मोहब्बत करके दिन-रात सनम रोते हैं
दिल को धड़कना तुम्हीं ने सिखाया मुझे तेरी चाहत ने पागल बनाया - 2
जाने ये कैसी है बेकरारी कटती है आँखों में अब रात सारी
कटती है आँखों में अब रात सारी
तेरे सीने में हम दिल बन के सनम बुझते हैं कभी जलते हैं
मेरी नींद गयी मेरा चैन गया और चैन से वो सोते हैं
हम उनसे मोहब्बत करके दिन-रात सनम रोते हैं
हमें आशिक़ी का मजा आ रहा है गुलाबी गुलाबी नशा छा रहा है - 2
साँसों में घुल जा मैं सांस बन के रहूँ तेरे दिल में तेरी आस बन के
रहूँ तेरे दिल में तेरी आस बन के
चाहत की कसम बिछड़ेंगे ना हम बस इतनी दुआ करते हैं
मेरी नींद गयी मेरा चैन गया और चैन से वो सोते हैं
हम उनसे मोहब्बत करके दिन-रात सनम रोते हैं
मेरी नींद गयी मेरा चैन गया और चैन से वो सोते हैं
हम उनसे मोहब्बत करके दिन-रात सनम रोते हैं
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