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Sunday, 7 March 2021

Jis Gali Mein Tera Ghar lyrics in Hindi - जिस गली में तेरा घर

फ़िल्म - कटी पतंग (1970)

गीतकार - आनंद बख़्शी 

संगीतकार - आर. डी. बर्मन 

स्वर - मुकेश

 

जिस गली में तेरा घर ना हो बालमा
उस गली से हमें तो गुज़रना नहीं
जो डगर तेरे द्वारे पे जाती ना हो
उस डगर पे हमें पाँव रखना नहीं
जिस गली में तेरा घर ना हो बालमा

ज़िन्दगी में कई रंगरलियाँ सही
हर तरफ मुस्कुराती ये कलियाँ सही
ज़िन्दगी में कई रंगरलियाँ सही
हर तरफ मुस्कुराती ये कलियाँ सही
खूबसूरत बहारों की गलियाँ सही
जिस चमन में तेरे पग में कांटे चुभे - 2
उस चमन से हमें फूल चुनना नहीं
जिस गली में तेरा घर ना हो बालमा

हाँ ये रस्में ये कसमें सभी तोड़ के
तू चली आ चुनर प्यार की ओढ़ के
हाँ ये रस्में ये कसमें सभी तोड़ के
तू चली आ चुनर प्यार की ओढ़ के
या चला जाऊंगा मैं ये जग छोड़ के
जिस जगह याद तेरी सताने लगे - 2
उस जगह एक पल भी ठहरना नहीं
जिस गली में तेरा घर ना हो बालमा
उस गली से हमें तो गुज़रना नहीं
जिस गली में तेरा घर ना हो बालमा

Thursday, 24 December 2020

Kisi Ki Muskurahaton Pe Ho Nisaar lyrics in Hindi - किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार

फिल्म - अनाड़ी (1959)

गीतकार - शैलेन्द्र 

संगीतकार - शंकर-जयकिशन 

स्वर - मुकेश


किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार
किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार
किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार
जीना इसी का नाम है
किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार
किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार
किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार
जीना इसी का नाम है

माना अपनी जेब से फ़कीर हैं
फिर भी यारों दिल के हम अमीर हैं
माना अपनी जेब से फ़कीर हैं
फिर भी यारों दिल के हम अमीर हैं
मिटे जो प्यार के लिये वो ज़िन्दगी
जले बहार के लिये वो ज़िन्दगी
किसी को हो न हो हमें तो ऐतबार
जीना इसी का नाम है

रिश्ता दिल से दिल के ऐतबार का 
ज़िन्दा है हमीं से नाम प्यार का
रिश्ता दिल से दिल के ऐतबार का 
ज़िन्दा है हमीं से नाम प्यार का
के मर के भी किसी को याद आयेंगे
किसी के आँसुओं में मुस्कुरायेंगे
कहेगा फूल हर कली से बार बार
जीना इसी का नाम है
किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार
किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार
किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार
जीना इसी का नाम है

Monday, 21 December 2020

Dost Dost Naa Raha lyrics in Hindi - दोस्त दोस्त ना रहा

फ़िल्म - संगम (1964)

गीतकार - शैलेन्द्र

संगीतकार - शंकर-जयकिशन

स्वर - मुकेश

 

दोस्त दोस्त ना रहा, प्यार प्यार ना रहा 
ज़िंदगी हमें तेरा ऐतबार ना रहा, ऐतबार ना रहा 
दोस्त दोस्त ना रहा, प्यार प्यार ना रहा 
ज़िंदगी हमें तेरा ऐतबार ना रहा, ऐतबार ना रहा

अमानतें मैं प्यार की गया था जिसको सौंप कर 
वो मेरे दोस्त तुम ही थे तुम्हीं तो थे 
जो ज़िंदगी की राह मे बने थे मेरे हमसफ़र 
वो मेरे दोस्त तुम ही थे तुम्हीं तो थे 
सारे भेद खुल गए राज़दार ना रहा 
ज़िंदगी हमें तेरा ऐतबार ना रहा, ऐतबार ना रहा 

गले लगी सहम सहम, भरे गले से बोलती
वो तुम ना थी तो कौन था, तुम्ही तो थी
सफ़र के वक़्त में पलक पे मोतियों को तौलती 
वो तुम ना थी तो कौन था तुम्हीं तो थी 
नशे की रात ढल गयी अब खुमार ना रहा 
ज़िंदगी हमें तेरा ऐतबार ना रहा, ऐतबार ना रहा

वफ़ा का नाम ले के जो, धड़क रहे थे हर घडी
वो मेरे नेक नेक दिल तुम्ही तो हो
जो मुस्कुराते रह गए ज़हर की जब सुई गड़ी
वो मेरे नेक नेक दिल तुम्ही तो हो
अब किसी का मेरे दिल, इंतज़ार ना रहा
ज़िंदगी हमें तेरा ऐतबार ना रहा, ऐतबार ना रहा
दोस्त दोस्त ना रहा, प्यार प्यार ना रहा 
ज़िंदगी हमें तेरा ऐतबार ना रहा, ऐतबार ना रहा
 

Sunday, 1 December 2019

Bol Radha Bol Sangam Hoga Ki Nahi lyrics in Hindi - बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं

फ़िल्म - संगम (1964)

गीतकार - शैलेन्द्र

संगीतकार - शंकर-जयकिशन 

स्वर - मुकेश 


मेरे मन की गंगा और तेरे मन की जमुना का 
बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं 
मेरे मन की गंगा और तेरे मन की जमुना का 
बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं
अरे बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं

कितनी सदियां बीत गयी हैं आये तुझे समझाने में
मेरे जैसा धीरज वाला है कोई और जमाने में
दिल का बढ़ता बोझ कभी कम होगा कि नहीं
बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं
अरे बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं

तेरी खातिर मैं तड़पा यूं तरसे धरती सावन को
राधा राधा एक रटन है सांस की आवन-जावन को
पत्थर पिघले दिल तेरा नम होगा कि नहीं
बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं 
मेरे मन की गंगा और तेरे मन की जमुना का 
बोल राधा बोल संगम होगा कि नही
अरे बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं


 

Friday, 25 October 2019

Phool Tumhe Bheja Hai Khat Mein lyrics in Hindi - फूल तुम्हें भेजा है खत में

फिल्म - सरस्वतीचंद्र (1968)

गीतकार - इंदीवर 

संगीतकार - कल्याणजी-आनंदजी 

स्वर - लता मंगेशकर, मुकेश 

 

फूल तुम्हें भेजा है खत में फूल नहीं मेरा दिल है - 2 
प्रियतम मेरे मुझको लिखना क्या ये तुम्हारे काबिल है 
प्यार छुपा है खत में इतना जितने सागर में मोती 
चूम ही लेता हाथ तुम्हारा पास जो तुम मेरे होती 
फूल तुम्हे भेजा है ख़त में 

नींद तुम्हे तो आती होगी क्या देखा तुमने सपना - 2
आँख खुली तो तन्हाई थी सपना हो न सका अपना 
तन्हाई हम दूर करेंगे ले आओ तुम शहनाई 
ले आओ तुम शहनाई 
प्रीत बढ़ा कर भूल ना जाना प्रीत तुम्ही ने सिखलाई 
फूल तुम्हें भेजा है खत में फूल नहीं मेरा दिल है
फूल तुम्हें भेजा है खत में 

ख़त से जी भरता ही नहीं अब नैन मिले तो चैन मिले -2 
चाँद हमारे अंगना उतरे कोई तो ऐसी रैन  मिले 
मिलना हो तो कैसे मिलें हम मिलने की सूरत लिख दो 
मिलने की सूरत लिख दो
नैन बिछाए बैठे हैं हम कब आओगे ख़त लिख दो 
फूल तुम्हें भेजा है ख़त में फूल नहीं मेरा दिल है
फूल तुम्हें भेजा है ख़त में