फ़िल्म - तड़ीपार (1993)
गीतकार - समीर
संगीतकार - नदीम सैफी
स्वर - अलका याग्निक, कुमार सानू
अब तक मैं चुप रहता था
तुझसे कुछ नहीं कहता था
कब से दिल दीवाना था
खुद से भी बेगाना था
हमने कई बार मुलाकात की है
आज पहली बार दिल की बात की है - 4
अब तक मैं चुप रहती थी
तुझसे कुछ नहीं कहती थी
कब से मैं दीवानी थी
खुद से भी बेगानी थी
हमने कई बार मुलाकात की है
आज पहली बार दिल की बात की है - 4
तुझसे कुछ नहीं कहता था
कब से दिल दीवाना था
खुद से भी बेगाना था
हमने कई बार मुलाकात की है
आज पहली बार दिल की बात की है - 4
अब तक मैं चुप रहती थी
तुझसे कुछ नहीं कहती थी
कब से मैं दीवानी थी
खुद से भी बेगानी थी
हमने कई बार मुलाकात की है
आज पहली बार दिल की बात की है - 4
यूँ मिली थी नज़र से नज़र
मै तुझे प्यार करने लगा था
यूँ मिली थी नज़र से नज़र
मै तुझे प्यार करने लगा था
मेरा सौदाई दिल बेख़बर
किन अदाओं पे मरने लगा था
राज-ए-दिल छुपाता था
कुछ न बोल पाता था
इन बहके नज़ारों से
कह दूँ चाँद सितारों से
मैंने वफ़ा तेरे साथ की है
आज पहली बार दिल की बात की है - 4
चोरी चोरी मेरे हमसफ़र
ख्वाब तेरे सजाने लगी थी
चोरी चोरी मेरे हमसफ़र
ख्वाब तेरे सजाने लगी थी
सारी दुनिया को मैं भूल के
तेरे नज़दीक आने लगी थी
वो जो शाम गुजरती थी
तेरे नाम गुजरती थी
तेरी याद सताती थी
मुझको नींद न आती थी
पूछ ना बसर कैसे रात की है
आज पहली बार दिल की बात की है - 4
अब तक मैं चुप रहता था
तुझसे कुछ नहीं कहता था
कब से मैं दीवानी थी
खुद से भी बेगानी थी
हमने कई बार मुलाकात की है
आज पहली बार दिल की बात की है - 4
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