फ़िल्म - दादा
गीतकार - रविन्द्र जैन
संगीतकार - ऊषा खन्ना
स्वर - यीशुदास
दिल के टुकड़े टुकड़े कर के मुस्कुरा के चल दिए - 2
जाते जाते ये तो बता जा हम जिएंगे किस के लिए
दिल के टुकड़े टुकड़े कर के मुस्कुरा के चल दिए - 2
चाँद भी होगा तारे भी होंगे फूल चमन में प्यारे भी होंगे
लेकिन हमारा दिल ना लगेगा
भींगेगी जब जब रात सुहानी आग लगाएगी रुत मस्तानी
तू ही बता कोई कैसे जियेगा
दिल के मारों दिल के मालिक ठोकर लगा के चल दिए
रूठे रहेंगे आप जो हमसे मर जायेंगे हम भी कसम से
सुन ले हाथ छुड़ाने से पहले
जान हमारी नाम पे तेरे जाएगी एक दिन दिलबर मेरे
सोच समझ ले जाने से पहले
यूँ अगर तुम दिल की तमन्ना को मिटा के चल दिए
चाँद भी होगा तारे भी होंगे फूल चमन में प्यारे भी होंगे
लेकिन हमारा दिल ना लगेगा
भींगेगी जब जब रात सुहानी आग लगाएगी रुत मस्तानी
तू ही बता कोई कैसे जियेगा
दिल के मारों दिल के मालिक ठोकर लगा के चल दिए
दिल के टुकड़े टुकड़े कर के मुस्कुरा के चल दिए
जाते जाते ये तो बता जा हम जिएंगे किस के लिए
दिल के टुकड़े टुकड़े कर के मुस्कुरा के चल दिएरूठे रहेंगे आप जो हमसे मर जायेंगे हम भी कसम से
सुन ले हाथ छुड़ाने से पहले
जान हमारी नाम पे तेरे जाएगी एक दिन दिलबर मेरे
सोच समझ ले जाने से पहले
यूँ अगर तुम दिल की तमन्ना को मिटा के चल दिए
दिल के टुकड़े टुकड़े कर के मुस्कुरा के चल दिए
जाते जाते ये तो बता जा हम जिएंगे किस के लिए
दिल के टुकड़े टुकड़े कर के मुस्कुरा के चल दिए