Friday, 13 March 2020

Dil Ke Tukde Tukde Kar Ke lyrics in Hindi - दिल के टुकड़े टुकड़े कर के

फ़िल्म - दादा

गीतकार - रविन्द्र जैन

संगीतकार - ऊषा खन्ना

स्वर - यीशुदास


दिल के टुकड़े टुकड़े कर के मुस्कुरा के चल दिए - 2
जाते जाते ये तो बता जा हम जिएंगे किस के लिए
दिल के टुकड़े टुकड़े कर के मुस्कुरा के चल दिए - 2

चाँद भी होगा तारे भी होंगे फूल चमन में प्यारे भी होंगे
लेकिन हमारा दिल ना लगेगा
भींगेगी जब जब रात सुहानी आग लगाएगी रुत मस्तानी
तू ही बता कोई कैसे जियेगा
दिल के मारों दिल के मालिक ठोकर लगा के चल दिए
दिल के टुकड़े टुकड़े कर के मुस्कुरा के चल दिए
जाते जाते ये तो बता जा हम जिएंगे किस के लिए
दिल के टुकड़े टुकड़े कर के मुस्कुरा के चल दिए

रूठे रहेंगे आप जो हमसे मर जायेंगे हम भी कसम से
सुन ले हाथ छुड़ाने से पहले
जान हमारी नाम पे तेरे जाएगी एक दिन दिलबर मेरे
सोच समझ ले जाने से पहले
यूँ अगर तुम दिल की तमन्ना को मिटा के चल दिए
दिल के टुकड़े टुकड़े कर के मुस्कुरा के चल दिए
जाते जाते ये तो बता जा हम जिएंगे किस के लिए
दिल के टुकड़े टुकड़े कर के मुस्कुरा के चल दिए


 


Gori Tera Gaon Bada Pyaara lyrics in Hindi - गोरी तेरा गांव बड़ा प्यारा

फ़िल्म - चितचोर

गीतकार - रविंद्र जैन 

संगीतकार - रविंद्र जैन 

स्वर - यीशुदास


गोरी तेरा गांव बड़ा प्यारा मैं तो गया मारा आ के यहां रे
उस पर रूप तेरा सादा चंद्रमा ज्यूं आधा आधा जवां रे
गोरी तेरा गांव बड़ा प्यारा मैं तो गया मारा आ के यहां रे आ के यहां रे

जी करता है मोर के पांव में पायलिया पहना दूं
कुह-कुह गाती कोयलिया को फूलों का गहना दूं
यहीं घर अपना बनाने को पंछी करे देखो तिनके जमा रे तिनके जमा रे
गोरी तेरा गांव बड़ा प्यारा मैं तो गया मारा आ के यहां रे आ के यहां रे

रंग बिरंगे फूल खिले हैं लोग भी फूलों जैसे
आ जाए एक बार यहां जो जाएगा फिर कैसे
झर-झर झरते हुए झरने मन को लगे हरने ऐसा कहां रे ऐसा कहां रे
उस पर रूप तेरा सादा चंद्रमा ज्यूं आधा आधा जवां रे आधा जवां रे

परदेशी अंजान को ऐसे कोई नहीं अपनाता
तुम लोगों से जुड़ गया जैसे जनम जनम का नाता
अपनी धुन में मगन डोले लोग यहां बोलें दिल की जबां रे दिल की जबां रे
गोरी तेरा गांव बड़ा प्यारा मैं तो गया मारा आ के यहां रे
उस पर रूप तेरा सादा चंद्रमा ज्यूं आधा आधा जवां रे

Friday, 10 January 2020

Dekha Ek Khwab To Ye Silsile Hue lyrics in Hindi - देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए

फ़िल्म - सिलसिला 

गीतकार - ज़ावेद अख़्तर 

संगीतकार - शिव-हरि 

स्वर - किशोर कुमार, लता मंगेशकर 

 

देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए 
दूर तक निगाह में हैं गुल खिले हुए 
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए 
दूर तक निगाह में हैं गुल खिले हुए 
ये गिला है आपकी निगाहों से 
फूल भी हो दरमियाँ तो फासले हुए 
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए 
दूर तक निगाह में हैं गुल खिले हुए

मेरी साँसों में बसी खुशबू तेरी
ये तेरे प्यार की है जादूगरी
तेरी आवाज है हवाओं में
प्यार का रंग है फिजाओं में
धड़कनों में तेरे गीत हैं मिले हुए
क्या कहूँ की शर्म से हैं लब सिले हुए
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए
फूल भी हो दरमियाँ तो फासले हुए

मेरा दिल है तेरी पनाहों में
आ छुपा लूँ तुझे मैं बाहों में
तेरी तस्वीर है निगाहों में
दूर तक है रौशनी है राहों में
कल अगर ना रौशनी के काफिले हुए
प्यार के हज़ार दीप हैं जले हुए
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए 
दूर तक निगाह में हैं गुल खिले हुए 
ये गिला है आपकी निगाहों से 
फूल भी हो दरमियाँ तो फासले हुए 
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए 
दूर तक निगाह में हैं गुल खिले हुए


Friday, 27 December 2019

Humko Man Ki Shakti Dena lyrics in Hindi - हमको मन की शक्ति देना

फ़िल्म - गुड्डी (1971)

गीतकार - गुलज़ार 

संगीतकार - वसंत देसाई 

स्वर - वाणी जयराम 

 

हमको मन की शक्ति देना मन विजय करें 
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें - 2 
हमको मन की शक्ति देना मन विजय करें
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें
हमको मन की शक्ति देना

भेदभाव अपने दिल से साफ़ कर सकें - 2 
दोस्तों से भूल हो तो माफ़ कर सकें - 2 
झूठ से बचे रहें सच का दम भरें - 2
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें
हमको मन की शक्ति देना मन विजय करें
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें
हमको मन की शक्ति देना

मुश्किलें पड़े तो हम पे इतना कर्म कर - 2 
साथ दें तो धर्म का चलें तो धर्म पर - 2 
खुद पे हौसला रहे बदी से ना डरें - 2 
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें
हमको मन की शक्ति देना मन विजय करें
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें
हमको मन की शक्ति देना

 

 

 

Friday, 13 December 2019

Ek Pardeshi Mera Dil Le Gaya lyrics in Hindi - एक परदेशी मेरा दिल ले गया

फ़िल्म - फागुन(1958)

गीतकार - क़मर जलालाबादी 

संगीतकार - ओ. पी. नैय्यर 

स्वर - मो. रफ़ी, लता मंगेशकर 


एक परदेशी मेरा दिल ले गया जाते जाते मीठा मीठा गम दे गया - 2
कौन परदेशी तेरा दिल ले गया मोटी मोटी अँखियों में आंसू दे गया - 2


मेरे परदेशियों की यही है निशानी अँखियाँ बिल्लौर की शीशे की जवानी
ठंडी ठंडी आंहों का सलाम दे गया जाते जाते मीठा मीठा गम दे गया
कौन परदेशी तेरा दिल ले गया मोटी मोटी अँखियों में आंसू दे गया


ढूंढ रहे तुझे लाखों दिलवाले कर दे ओ गोरी जरा आँखों से उजाले
आँखों का उजाला परदेशी ले गया जाते मीठा मीठा गम दे गया
कौन परदेशी तेरा दिल ले गया मोटी मोटी अँखियों में आंसू दे गया

उसको बुला दूँ सामने ला दूँ क्या मुझे दोगी जो तुमसे मिला दूँ
जो भी मेरे पास था वो सब ले गया जाते मीठा मीठा गम दे गया 
कौन परदेशी तेरा दिल ले गया मोटी मोटी अँखियों में आंसू दे गया
एक परदेशी मेरा दिल ले गया जाते जाते मीठा मीठा गम दे गया




Ehsaan Tera Hoga Mujh Par lyrics in Hindi - एहसान तेरा होगा मुझ पर

फ़िल्म -जंगली(1961)

गीतकार - हसरत जयपुरी 

संगीतकार - शंकर-जयकिशन 

स्वर - मो. रफ़ी

 

एहसान तेरा होगा मुझ पर दिल चाहता है वो कहने दो 
मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई है मुझे पलकों की छाँव में रहने दो 
एहसान तेरा होगा मुझ पर दिल चाहता है वो कहने दो 
मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई है मुझे पलकों की छाँव में रहने दो 
एहसान तेरा होगा मुझ पर

तुमने मुझको हंसना सिखाया - 2 
रोने कहोगे रो लेंगे, अब रोने कहोगे रो लेंगे
आंसू का हमारे गम ना करो वो बहते हैं बहने दो 
मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई है मुझे पलकों की छाँव में रहने दो 
एहसान तेरा होगा मुझ पर

चाहे बना दो चाहे मिटा दो - 2 
मर भी गए तो देंगे दुआएं - 2 
उड़ उड़ के कहेगी ख़ाक सनम ये दर्द-ए-मोहब्बत सहने दो 
मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई है मुझे पलकों की छाँव में रहने दो 
एहसान तेरा होगा मुझ पर चाहता है वो कहने दो 
मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई है मुझे पलकों की छाँव में रहने दो 
एहसान तेरा होगा मुझ पर





Sunday, 1 December 2019

Bol Radha Bol Sangam Hoga Ki Nahi lyrics in Hindi - बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं

फ़िल्म - संगम (1964)

गीतकार - शैलेन्द्र

संगीतकार - शंकर-जयकिशन 

स्वर - मुकेश 


मेरे मन की गंगा और तेरे मन की जमुना का 
बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं 
मेरे मन की गंगा और तेरे मन की जमुना का 
बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं
अरे बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं

कितनी सदियां बीत गयी हैं आये तुझे समझाने में
मेरे जैसा धीरज वाला है कोई और जमाने में
दिल का बढ़ता बोझ कभी कम होगा कि नहीं
बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं
अरे बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं

तेरी खातिर मैं तड़पा यूं तरसे धरती सावन को
राधा राधा एक रटन है सांस की आवन-जावन को
पत्थर पिघले दिल तेरा नम होगा कि नहीं
बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं 
मेरे मन की गंगा और तेरे मन की जमुना का 
बोल राधा बोल संगम होगा कि नही
अरे बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं