Friday, 10 January 2020

Dekha Ek Khwab To Ye Silsile Hue lyrics in Hindi - देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए

फ़िल्म - सिलसिला 

गीतकार - ज़ावेद अख़्तर 

संगीतकार - शिव-हरि 

स्वर - किशोर कुमार, लता मंगेशकर 

 

देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए 
दूर तक निगाह में हैं गुल खिले हुए 
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए 
दूर तक निगाह में हैं गुल खिले हुए 
ये गिला है आपकी निगाहों से 
फूल भी हो दरमियाँ तो फासले हुए 
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए 
दूर तक निगाह में हैं गुल खिले हुए

मेरी साँसों में बसी खुशबू तेरी
ये तेरे प्यार की है जादूगरी
तेरी आवाज है हवाओं में
प्यार का रंग है फिजाओं में
धड़कनों में तेरे गीत हैं मिले हुए
क्या कहूँ की शर्म से हैं लब सिले हुए
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए
फूल भी हो दरमियाँ तो फासले हुए

मेरा दिल है तेरी पनाहों में
आ छुपा लूँ तुझे मैं बाहों में
तेरी तस्वीर है निगाहों में
दूर तक है रौशनी है राहों में
कल अगर ना रौशनी के काफिले हुए
प्यार के हज़ार दीप हैं जले हुए
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए 
दूर तक निगाह में हैं गुल खिले हुए 
ये गिला है आपकी निगाहों से 
फूल भी हो दरमियाँ तो फासले हुए 
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए 
दूर तक निगाह में हैं गुल खिले हुए


Friday, 27 December 2019

Humko Man Ki Shakti Dena lyrics in Hindi - हमको मन की शक्ति देना

फ़िल्म - गुड्डी (1971)

गीतकार - गुलज़ार 

संगीतकार - वसंत देसाई 

स्वर - वाणी जयराम 

 

हमको मन की शक्ति देना मन विजय करें 
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें - 2 
हमको मन की शक्ति देना मन विजय करें
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें
हमको मन की शक्ति देना

भेदभाव अपने दिल से साफ़ कर सकें - 2 
दोस्तों से भूल हो तो माफ़ कर सकें - 2 
झूठ से बचे रहें सच का दम भरें - 2
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें
हमको मन की शक्ति देना मन विजय करें
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें
हमको मन की शक्ति देना

मुश्किलें पड़े तो हम पे इतना कर्म कर - 2 
साथ दें तो धर्म का चलें तो धर्म पर - 2 
खुद पे हौसला रहे बदी से ना डरें - 2 
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें
हमको मन की शक्ति देना मन विजय करें
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें
हमको मन की शक्ति देना

 

 

 

Friday, 13 December 2019

Ek Pardeshi Mera Dil Le Gaya lyrics in Hindi - एक परदेशी मेरा दिल ले गया

फ़िल्म - फागुन(1958)

गीतकार - क़मर जलालाबादी 

संगीतकार - ओ. पी. नैय्यर 

स्वर - मो. रफ़ी, लता मंगेशकर 


एक परदेशी मेरा दिल ले गया जाते जाते मीठा मीठा गम दे गया - 2
कौन परदेशी तेरा दिल ले गया मोटी मोटी अँखियों में आंसू दे गया - 2


मेरे परदेशियों की यही है निशानी अँखियाँ बिल्लौर की शीशे की जवानी
ठंडी ठंडी आंहों का सलाम दे गया जाते जाते मीठा मीठा गम दे गया
कौन परदेशी तेरा दिल ले गया मोटी मोटी अँखियों में आंसू दे गया


ढूंढ रहे तुझे लाखों दिलवाले कर दे ओ गोरी जरा आँखों से उजाले
आँखों का उजाला परदेशी ले गया जाते मीठा मीठा गम दे गया
कौन परदेशी तेरा दिल ले गया मोटी मोटी अँखियों में आंसू दे गया

उसको बुला दूँ सामने ला दूँ क्या मुझे दोगी जो तुमसे मिला दूँ
जो भी मेरे पास था वो सब ले गया जाते मीठा मीठा गम दे गया 
कौन परदेशी तेरा दिल ले गया मोटी मोटी अँखियों में आंसू दे गया
एक परदेशी मेरा दिल ले गया जाते जाते मीठा मीठा गम दे गया




Ehsaan Tera Hoga Mujh Par lyrics in Hindi - एहसान तेरा होगा मुझ पर

फ़िल्म -जंगली(1961)

गीतकार - हसरत जयपुरी 

संगीतकार - शंकर-जयकिशन 

स्वर - मो. रफ़ी

 

एहसान तेरा होगा मुझ पर दिल चाहता है वो कहने दो 
मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई है मुझे पलकों की छाँव में रहने दो 
एहसान तेरा होगा मुझ पर दिल चाहता है वो कहने दो 
मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई है मुझे पलकों की छाँव में रहने दो 
एहसान तेरा होगा मुझ पर

तुमने मुझको हंसना सिखाया - 2 
रोने कहोगे रो लेंगे, अब रोने कहोगे रो लेंगे
आंसू का हमारे गम ना करो वो बहते हैं बहने दो 
मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई है मुझे पलकों की छाँव में रहने दो 
एहसान तेरा होगा मुझ पर

चाहे बना दो चाहे मिटा दो - 2 
मर भी गए तो देंगे दुआएं - 2 
उड़ उड़ के कहेगी ख़ाक सनम ये दर्द-ए-मोहब्बत सहने दो 
मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई है मुझे पलकों की छाँव में रहने दो 
एहसान तेरा होगा मुझ पर चाहता है वो कहने दो 
मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई है मुझे पलकों की छाँव में रहने दो 
एहसान तेरा होगा मुझ पर





Sunday, 1 December 2019

Bol Radha Bol Sangam Hoga Ki Nahi lyrics in Hindi - बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं

फ़िल्म - संगम (1964)

गीतकार - शैलेन्द्र

संगीतकार - शंकर-जयकिशन 

स्वर - मुकेश 


मेरे मन की गंगा और तेरे मन की जमुना का 
बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं 
मेरे मन की गंगा और तेरे मन की जमुना का 
बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं
अरे बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं

कितनी सदियां बीत गयी हैं आये तुझे समझाने में
मेरे जैसा धीरज वाला है कोई और जमाने में
दिल का बढ़ता बोझ कभी कम होगा कि नहीं
बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं
अरे बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं

तेरी खातिर मैं तड़पा यूं तरसे धरती सावन को
राधा राधा एक रटन है सांस की आवन-जावन को
पत्थर पिघले दिल तेरा नम होगा कि नहीं
बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं 
मेरे मन की गंगा और तेरे मन की जमुना का 
बोल राधा बोल संगम होगा कि नही
अरे बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं


 

Thursday, 31 October 2019

Chhod De Saari Duniya Kisi Ke Liye lyrics in Hindi - छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए

फ़िल्म - सरस्वतीचंद्र (1968)

गीतकार - इंदीवर 

संगीतकार - कल्याणजी-आनंदजी 

स्वर - लता मंगेशकर 


कहाँ चला ऐ मेरे जोगी जीवन से तू भाग के 
किसी एक दिल के कारण यूँ सारी दुनिया त्याग के 
छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए  
ये मुनासिब नहीं आदमी के लिए 
छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए
ये मुनासिब नहीं आदमी के लिए
प्यार से भी जरूरी कई काम हैं 
प्यार सब कुछ नहीं ज़िन्दगी के लिए
छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए 

तन से तन का मिलन हो न पाया तो क्या 
मन से मन का मिलन कोई कम तो नहीं - 2
खुशबू आती रहे दूर ही से सही 
सामने हो चमन कोई कम तो नहीं 
चाँद मिलता नहीं सबको संसार में - 2 
है दीया ही बहुत रौशनी के लिए
छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए 

इतनी हसरत से तकती है कलियाँ तुम्हे 
क्यों बहारों को फिर से बुलाते नहीं - 2
एक दुनिया उजड़ ही गयी है तो क्या 
दूसरा तुम जहाँ क्यों बसाते नहीं - 2 
दिल न चाहे भी तो साथ संसार के - 2 
चलना पड़ता है सब की ख़ुशी के लिए 
छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए
ये मुनासिब नहीं आदमी के लिए
प्यार से भी जरूरी कई काम हैं 
प्यार सब कुछ नहीं ज़िन्दगी के लिए
छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए

Friday, 25 October 2019

Phool Tumhe Bheja Hai Khat Mein lyrics in Hindi - फूल तुम्हें भेजा है खत में

फिल्म - सरस्वतीचंद्र (1968)

गीतकार - इंदीवर 

संगीतकार - कल्याणजी-आनंदजी 

स्वर - लता मंगेशकर, मुकेश 

 

फूल तुम्हें भेजा है खत में फूल नहीं मेरा दिल है - 2 
प्रियतम मेरे मुझको लिखना क्या ये तुम्हारे काबिल है 
प्यार छुपा है खत में इतना जितने सागर में मोती 
चूम ही लेता हाथ तुम्हारा पास जो तुम मेरे होती 
फूल तुम्हे भेजा है ख़त में 

नींद तुम्हे तो आती होगी क्या देखा तुमने सपना - 2
आँख खुली तो तन्हाई थी सपना हो न सका अपना 
तन्हाई हम दूर करेंगे ले आओ तुम शहनाई 
ले आओ तुम शहनाई 
प्रीत बढ़ा कर भूल ना जाना प्रीत तुम्ही ने सिखलाई 
फूल तुम्हें भेजा है खत में फूल नहीं मेरा दिल है
फूल तुम्हें भेजा है खत में 

ख़त से जी भरता ही नहीं अब नैन मिले तो चैन मिले -2 
चाँद हमारे अंगना उतरे कोई तो ऐसी रैन  मिले 
मिलना हो तो कैसे मिलें हम मिलने की सूरत लिख दो 
मिलने की सूरत लिख दो
नैन बिछाए बैठे हैं हम कब आओगे ख़त लिख दो 
फूल तुम्हें भेजा है ख़त में फूल नहीं मेरा दिल है
फूल तुम्हें भेजा है ख़त में