फिल्म - आंखें (1968)
गीतकार - साहिर लुधियानवी
संगीतकार - रवि
स्वर - लता मंगेशकर
मिलती है जिंदगी में मुहब्बत कभी कभी - 3
होती है दिलबरों की इनायत कभी कभी -2
शरमा के मुंह ना फेर नज़र के सवाल पर -2
लाती है ऐसे मोड़ पे क़िस्मत कभी कभी -2
मिलती है जिंदगी में मुहब्बत कभी कभी
तन्हा न कट सकेंगे जवानी के रास्ते -2
पेश आएगी किसी की जरूरत कभी कभी -2
मिलती है जिंदगी में मुहब्बत कभी कभी
फिर खो न जाएं हम कहीं दुनिया की भीड़ में -2
मिलती है पास आने की मोहलत कभी कभी
होती है दिलबरों की इनायत कभी कभी
मिलती है जिंदगी में मुहब्बत कभी कभी -2