Saturday, 11 November 2017

Lyrics of Aapki Nazaron Ne Samjha Pyaar Ke Kaabil Mujhe

                                  आपकी नज़रों ने समझा



फिल्म - अनपढ़ ( 1962 )

गीतकार - राजा मेहंदी अली खान

संगीतकार - मदन मोहन

स्वर - लता मंगेशकर

आपकी नज़रों ने समझा प्यार के काबिल मुझे
दिल की ऐ धड़कन ठहर जा मिल गई मंजिल मुझे
आपकी नज़रों ने समझा।।।

जी हमें मंजूर है आपका ये फैसला -2
कह रही है हर नज़र बंदा-परवर शुक्रिया
हंस के अपनी ज़िन्दगी में कर लिया शामिल मुझे
दिल की ऐ धड़कन ठहर जा मिल गई मंजिल मुझे
आपकी नज़रों ने समझा।।।

आपकी मंजिल हूँ मैं मेरी मंजिल आप हैं -2 
क्यों मैं तूफ़ां से डरूँ मेरा साहिल आप हैं
कोई तुफानो से कह दे मिल गया साहिल मुझे
दिल की ऐ धड़कन ठहर जा मिल गई मंजिल मुझे
आपकी नज़रों ने समझा।।।

पड़ गयी दिल पर मेरे आप की परछाइयां -2 
हर तरफ बजने लगी सैकड़ों शहनाइयां
दो जहाँ की आज खुशियां हो गयी हासिल मुझे
आपकी नज़रों ने समझा प्यार के काबिल मुझे
दिल की ऐ धड़कन ठहर जा मिल गई मंजिल मुझे
आपकी नज़रों ने समझा।।।


No comments:

Post a Comment