लग जा गले.....
फिल्म - वो कौन थी (1964 )
गीतकार - राजा मेहंदी अली खान
संगीतकार - मदन मोहन
स्वर - लता मंगेशकर
लग जा गले , के फ़िर ये हसीं रात हो न हो
शायद फ़िर इस जनम में मुलाक़ात हो न हो
लग जा गले , के फ़िर ये हसीं रात हो न हो
शायद फ़िर इस जनम में मुलाक़ात हो न हो
लग जा गले.....
हमको मिली हैं आज ये घड़ियां नसीब से - 2
जी भर के देख लीजिये हमको करीब से
फ़िर आपके नसीब में ये बात हो न हो
शायद फ़िर इस जनम में मुलाक़ात हो न हो
लग जा गले.....
पास आइए के हम नहीं आएंगे बार बार - 2
बांहें गले में डाल के हम रो लें ज़ार ज़ार
आँखों से फ़िर ये प्यार की बरसात हो न हो
शायद फ़िर इस जनम में मुलाक़ात हो न हो
लग जा गले , के फ़िर ये हसीं रात हो ना हो
शायद फ़िर इस जनम में मुलाक़ात हो न हो
लग जा गले.....
फिल्म - वो कौन थी (1964 )
गीतकार - राजा मेहंदी अली खान
संगीतकार - मदन मोहन
स्वर - लता मंगेशकर
लग जा गले , के फ़िर ये हसीं रात हो न हो
शायद फ़िर इस जनम में मुलाक़ात हो न हो
लग जा गले , के फ़िर ये हसीं रात हो न हो
शायद फ़िर इस जनम में मुलाक़ात हो न हो
लग जा गले.....
हमको मिली हैं आज ये घड़ियां नसीब से - 2
जी भर के देख लीजिये हमको करीब से
फ़िर आपके नसीब में ये बात हो न हो
शायद फ़िर इस जनम में मुलाक़ात हो न हो
लग जा गले.....
पास आइए के हम नहीं आएंगे बार बार - 2
बांहें गले में डाल के हम रो लें ज़ार ज़ार
आँखों से फ़िर ये प्यार की बरसात हो न हो
शायद फ़िर इस जनम में मुलाक़ात हो न हो
लग जा गले , के फ़िर ये हसीं रात हो ना हो
शायद फ़िर इस जनम में मुलाक़ात हो न हो
लग जा गले.....