दिल के अरमां आँसुओं में बह गए
फिल्म - निक़ाह(1982)
गीतकार - हसन कमल
संगीतकार - रवि
स्वर - सलमा आगा
दिल के अरमां आँसुओं में बह गए
दिल के अरमां आँसुओं में बह गये-2
हम वफ़ा करके भी तन्हा रह गए
दिल के अरमां आँसुओं में बह गए
ज़िंदगी एक प्यास बनकर रह गई-2
प्यार के किस्से अधूरे रह गए
प्यार के किस्से अधूरे रह गए
हम वफ़ा करके भी तन्हा रह गए
दिल के अरमां आँसुओं में बह गए
शायद उनका आखरी हो ये सितम -2
हर सितम ये सोचकर हम सह गए
हर सितम ये सोचकर हम सह गए
हम वफ़ा करके भी तन्हा रह गए
दिल के अरमां आँसुओं में बह गए
दिल के अरमां आँसुओं में बह गये-2
हम वफ़ा करके भी तन्हा रह गए
दिल के अरमां आँसुओं में बह गए
ज़िंदगी एक प्यास बनकर रह गई-2
प्यार के किस्से अधूरे रह गए
प्यार के किस्से अधूरे रह गए
हम वफ़ा करके भी तन्हा रह गए
दिल के अरमां आँसुओं में बह गए
शायद उनका आखरी हो ये सितम -2
हर सितम ये सोचकर हम सह गए
हर सितम ये सोचकर हम सह गए
हम वफ़ा करके भी तन्हा रह गए
दिल के अरमां आँसुओं में बह गए
खुद को भी हमने मिटा डाला मगर -2
फ़ासले जो दरमियाँ थे रह गये
फ़ासले जो दरमियाँ थे रह गए
हम वफ़ा करके भी तन्हा रह गए
दिल के अरमां आँसुओं में बह गये
फ़ासले जो दरमियाँ थे रह गये
फ़ासले जो दरमियाँ थे रह गए
हम वफ़ा करके भी तन्हा रह गए
दिल के अरमां आँसुओं में बह गये
दिल के अरमां आँसुओं में बह गये