Friday 23 August 2019

Hamne Dekhi Hai Un Aankhon Ki Mahakati Khushboo lyrics in Hindi - हमने देखी है उन आंखों की महकती खुशबू

फिल्म - खामोशी (1969)

गीतकार - गुलज़ार

संगीतकार - हेमंत कुमार

स्वर - लता मंगेशकर


हमने देखी है उन आंखों की महकती खुशबू
हाथ से छू के इन्हें रिश्ते का इल्ज़ाम ना दो
सिर्फ एहसास है ये रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम ना दो
हमने देखी है उन आंखों की महकती खुशबू
हाथ से छू के इन्हें रिश्ते का इल्ज़ाम ना दो
हमने देखी है

प्यार कोई बोल नहीं, प्यार आवाज़ नहीं
एक खामोशी है, सुनती है, कहा करती है
न ये बुझती है, न रूकती है, न ठहरी है कहीं
नूर की बूंद है सदियों से बहा करती है
सिर्फ एहसास है ये रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम ना दो
हमने देखी है उन आंखों की महकती खुशबू
हाथ से छू के इन्हें रिश्ते का इल्ज़ाम ना दो
हमने देखी है

मुस्कुराहट सी खिली रहती है आंखों में कहीं
और पलकों पे उजाले से झुके रहते हैं
होंठ कुछ कहते नहीं, कांपते होठों पे मगर
कितने खामोश से अफसाने रूके रहते हैं
सिर्फ एहसास है ये रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम ना दो
हमने देखी है उन आंखों की महकती खुशबू
हाथ से छू के इन्हें रिश्ते का इल्ज़ाम ना दो
हमने देखी है



Thursday 22 August 2019

Milne Ki Tum Koshish Karna lyrics in Hindi - मिलने की तुम कोशिश करना

फिल्म - दिल का क्या कसूर (1992)

गीतकार - मदन पाल

संगीतकार - नदीम-श्रवण

स्वर - आशा भोंसले, कुमार सानू


मिलने की तुम कोशिश करना वादा कभी ना करना -2
वादा तो टूट जाता है -4
मिलने की तुम कोशिश करना वादा कभी ना करना -2
वादा तो टूट जाता है -4
 
जब भी तेरा जी चाहे तू पास मेरे आ जाना
मेरा प्यार बस तेरे लिए है तू ना कभी घबराना  -2
लेकिन सपनों में मिलने की कभी ना कोशिश करना -2
सपना तो टूट जाता है -4

होती है बेदर्द बहुत ही इस दुनिया की रस्में
मुश्किल कर देती हैं निभाना प्यार वफ़ा की कसमें -2
शीशे जैसे अरमां लेकर राहों से ना गुज़रना -2 
मिलने की तुम कोशिश करना वादा कभी ना करना -2
वादा तो टूट जाता है -4
 

Tumhare Shehar Ka Mausam Bada Suhana Lage lyrics in Hindi - तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे



तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे

मैं एक शाम चुरा लूं अगर बुरा ना लगे


तुम्हारे बस में अगर हो तो भूल जाओ मुझे

तुम्हें भुलाने में शायद मुझे जमाना लगे


जो डूबना है तो इतने सुकून से डूबो

के आस पास की लहरों को भी पता ना लगे


वो फूल जो मेरे दामन से हो गए मंसूब

ख़ुदा करे उन्हें बाज़ार की हवा ना लगे


न जाने क्या है किसी की उदास आँखों में

वो मुंह छुपा के भी जाए तो बेवफ़ा ना लगे


तू इस तरह से मेरे साथ बेवफ़ाई कर

के तेरे बाद मुझे कोई बेवफ़ा ना लगे


तुम आँख मूँद के पी जाओ ज़िंदगी 'क़ैसर'

के एक घूँट में शायद ये बदमज़ा ना लगे



~~ क़ैसर-उल जाफ़री