Friday 25 December 2020

Maine Puchha Chand se lyrics in Hindi - मैंने पूछा चांद से

 फिल्म - अब्दुल्ला (1980)

गीतकार - आनंद बख़्शी

संगीतकार - आर. डी. बर्मन

स्वर - मो. रफ़ी


मैंने पूछा चांद से कि देखा है कहीं मेरे यार सा हसीं
चांद ने कहा चांदनी की कसम, नहीं, नहीं, नहीं
मैंने पूछा चांद से कि देखा है कहीं मेरे यार सा हसीं
चांद ने कहा चांदनी की कसम, नहीं, नहीं, नहीं
मैंने पूछा चांद से

मैंने ये हिजाब तेरा ढूँढा, हर जगह शबाब तेरा ढूँढा
कलियों से मिसाल तेरी पूछी, फूलों में ज़वाब तेरा ढूँढा
मैंने पूछा बाग से फ़लक हो या ज़मीं, ऐसा फूल है कहीं
बाग ने कहा, हर कली की कसम, नहीं, नहीं, नहीं
मैंने पूछा चाँद से

चाल है के मौज की रवानी, ज़ुल्फ़ है के रात की कहानी
होठ हैं के आईने कमल के, आँख है के मयकदों की रानी
मैंने पूछा जाम से, फलक हो या ज़मीं, ऐसी मय भी है कहीं
जाम ने कहा, मयकशी की कसम, नहीं, नहीं, नहीं
मैंने पूछा चाँद से

खूबसुरती जो तूने पाई, लुट गयी खुदा की बस खुदाई
मीर की ग़ज़ल कहूँ तुझे मैं, या कहूँ ख़याम की रुबाई
मैं जो पूछूं शायरों से ऐसा दिलनशी, कोई शेर है कहीं
शायर कहे, शायरी की कसम, नहीं, नहीं, नहीं
मैंने पूछा चांद से कि देखा है कहीं मेरे यार सा हसीं
चांद ने कहा चांदनी की कसम, नहीं, नहीं, नहीं
मैंने पूछा चाँद से

Thursday 24 December 2020

Kisi Ki Muskurahaton Pe Ho Nisaar lyrics in Hindi - किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार

फिल्म - अनाड़ी (1959)

गीतकार - शैलेन्द्र 

संगीतकार - शंकर-जयकिशन 

स्वर - मुकेश


किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार
किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार
किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार
जीना इसी का नाम है
किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार
किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार
किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार
जीना इसी का नाम है

माना अपनी जेब से फ़कीर हैं
फिर भी यारों दिल के हम अमीर हैं
माना अपनी जेब से फ़कीर हैं
फिर भी यारों दिल के हम अमीर हैं
मिटे जो प्यार के लिये वो ज़िन्दगी
जले बहार के लिये वो ज़िन्दगी
किसी को हो न हो हमें तो ऐतबार
जीना इसी का नाम है

रिश्ता दिल से दिल के ऐतबार का 
ज़िन्दा है हमीं से नाम प्यार का
रिश्ता दिल से दिल के ऐतबार का 
ज़िन्दा है हमीं से नाम प्यार का
के मर के भी किसी को याद आयेंगे
किसी के आँसुओं में मुस्कुरायेंगे
कहेगा फूल हर कली से बार बार
जीना इसी का नाम है
किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार
किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार
किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार
जीना इसी का नाम है

Monday 21 December 2020

Dost Dost Naa Raha lyrics in Hindi - दोस्त दोस्त ना रहा

फ़िल्म - संगम (1964)

गीतकार - शैलेन्द्र

संगीतकार - शंकर-जयकिशन

स्वर - मुकेश

 

दोस्त दोस्त ना रहा, प्यार प्यार ना रहा 
ज़िंदगी हमें तेरा ऐतबार ना रहा, ऐतबार ना रहा 
दोस्त दोस्त ना रहा, प्यार प्यार ना रहा 
ज़िंदगी हमें तेरा ऐतबार ना रहा, ऐतबार ना रहा

अमानतें मैं प्यार की गया था जिसको सौंप कर 
वो मेरे दोस्त तुम ही थे तुम्हीं तो थे 
जो ज़िंदगी की राह मे बने थे मेरे हमसफ़र 
वो मेरे दोस्त तुम ही थे तुम्हीं तो थे 
सारे भेद खुल गए राज़दार ना रहा 
ज़िंदगी हमें तेरा ऐतबार ना रहा, ऐतबार ना रहा 

गले लगी सहम सहम, भरे गले से बोलती
वो तुम ना थी तो कौन था, तुम्ही तो थी
सफ़र के वक़्त में पलक पे मोतियों को तौलती 
वो तुम ना थी तो कौन था तुम्हीं तो थी 
नशे की रात ढल गयी अब खुमार ना रहा 
ज़िंदगी हमें तेरा ऐतबार ना रहा, ऐतबार ना रहा

वफ़ा का नाम ले के जो, धड़क रहे थे हर घडी
वो मेरे नेक नेक दिल तुम्ही तो हो
जो मुस्कुराते रह गए ज़हर की जब सुई गड़ी
वो मेरे नेक नेक दिल तुम्ही तो हो
अब किसी का मेरे दिल, इंतज़ार ना रहा
ज़िंदगी हमें तेरा ऐतबार ना रहा, ऐतबार ना रहा
दोस्त दोस्त ना रहा, प्यार प्यार ना रहा 
ज़िंदगी हमें तेरा ऐतबार ना रहा, ऐतबार ना रहा