Friday 27 September 2019

Abhi Saans Lene Ki Fursat Nahi Hai lyrics in Hindi - अभी सांस लेने की फुर्सत नहीं है

फिल्म - जीत (1996)

गीतकार - समीर

संगीतकार - नदीम-श्रवण

स्वर - सोनू निगम, अलका याज्ञनिक


अभी सांस लेने की फुर्सत नहीं है कि तुम मेरी बाँहों में हो - 2
कि कुछ देखने की ज़रूरत नहीं है तुम ही तुम निगाहों में हो
अभी सांस लेने की फुर्सत नहीं है कि तुम मेरी बाँहों में हो
कि कुछ देखने की ज़रूरत नहीं है तुम ही तुम निगाहों में हो

कितना प्यारा प्यारा है शमां
प्यासे दिल की धड़कन है जवां
जाने कैसा छाया है नशा
यूं ना मुझको छेड़ो दिलरूबा
छोड़ो छोड़ो जाने-जाना तुम ऐसे शर्माना
कि अब सोचने की ज़रूरत नहीं है कि तुम मेरी बाँहों में हो
कि कुछ देखने की ज़रूरत नहीं है तुम ही तुम निगाहों में हो

हाल-ए-दिल मैं तुमसे क्या कहूं
इतनी बेचैनी कैसे सहूं
तुमने ऐसा जादू क्या किया
बेताबी से धड़के है जिया
मेरे पहलू में रहना इक पल भी दूर न जाना
किसी और की दिल को हसरत नहीं है कि तुम मेरी बाँहों में हो
अभी सांस लेने की फुर्सत नहीं है कि तुम मेरी बाँहों में हो

मैं तो हूं दीवाना बेखबर
पल पल तुमको देखे ही नज़र
कहता है ये चाहत का मौसम
इतना भी तो चाहो ना सनम
सिर्फ मुझे चाहत है तेरी मैं सबसे बेगाना
मुझे प्यार करने से फुर्सत नहीं है कि तुम मेरी बाँहों में हो
अभी सांस लेने की फुर्सत नहीं है कि तुम मेरी बाँहों में हो
कि तुम मेरी बाँहों में हो -2

Wednesday 25 September 2019

Chehra Kya Dekhte Ho lyrics in Hindi - चेहरा क्या देखते हो

फिल्म - सलामी (1994)

गीतकार - समीर

संगीतकार - नदीम-श्रवण

स्वर - आशा भोंसले, कुमार सानू


चेहरा क्या देखते हो दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना
चेहरा क्या देखते हो दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना
मौसम पल में बदल जाएगा पत्थर दिल भी पिघल जाएगा
मेरी मोहब्बत में है कितना असर देखो ना
कितना असर देखो ना
चेहरा क्या देखते हो दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना
चेहरा क्या देखते हो दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना
मौसम पल में बदल जाएगा पत्थर दिल भी पिघल जाएगा
मेरी मोहब्बत में है कितना असर देखो ना
कितना असर देखो ना

थोड़े करीब आओ ऐसे ना इतराओ मुझसे सनम दूर बैठे हो क्या -2
बेचैन कर दूंगा इतना तुम्हें आ के लिपट जाओगी दिलरूबा
ऐसे क्या सोचती हो आ के इधर देखो ना
आ के इधर देखो ना
चेहरा क्या देखते हो दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना

मैं तो तुम्हारी हूं तुम पे दिल हारी हूं फिर किसलिए है ये बेताबियां -2
आ के गले से लगा लो मुझे अब दूरियां ना रहे दरमियां
किसने तुम्हें रोका है शाम-ओ-सहर देखो ना
शाम-ओ-सहर देखो ना
चेहरा क्या देखते हो दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना

Tuesday 24 September 2019

Main Tere Ishq Mein Mar Na Jaun Kahin lyrics in Hindi - मैं तेरे इश्क में मर न जाऊं कहीं

फिल्म - लोफर (1973)

गीतकार - आनंद बख़्शी

संगीतकार - लक्ष्मीकांत - प्यारेलाल

स्वर - लता मंगेशकर


मैं तेरे इश्क में मर न जाऊं कहीं
तू मुझे आजमाने की कोशिश न कर
मैं तेरे इश्क में मर न जाऊं कहीं
तू मुझे आजमाने की कोशिश न कर
खूबसूरत है तू तो हूं मैं भी हसीं
मुझसे नज़रें चुराने की कोशिश न कर
मैं तेरे इश्क में

शौक़ से तू मेरा इम्तिहान ले -2
तेरे कदमों पे रख दी है जान ले
बेकदर बेखबर मान जा ज़िद न कर
तोड़ कर दिल मेरा ऐ मेरे हमनशीं
इस तरह मुस्कुराने की कोशिश न कर
खूबसूरत है तू तो हूं मैं भी हसीं
मुझसे नज़रें चुराने की कोशिश न कर
मैं तेरे इश्क में


कब से बैठी हूं मैं इंतजार में -2
झूठा वादा ही कर कोई प्यार में
क्या सितम है सनम तेरे सर की कसम
याद चाहे न कर तू मुझे ग़म नहीं
हां मगर भूल जाने की कोशिश न कर
मैं तेरे इश्क में मर न जाऊं कहीं 
तू मुझे आजमाने की कोशिश न कर
मैं तेरे इश्क में



Sunday 22 September 2019

Milti Hai Zindagi Mein lyrics in Hindi - मिलती है जिंदगी में

फिल्म - आंखें (1968)

गीतकार - साहिर लुधियानवी

संगीतकार - रवि

स्वर - लता मंगेशकर


मिलती है जिंदगी में मुहब्बत कभी कभी - 3
होती है दिलबरों की इनायत कभी कभी -2

शरमा के मुंह ना फेर नज़र के सवाल पर -2
लाती है ऐसे मोड़ पे क़िस्मत कभी कभी -2
मिलती है जिंदगी में मुहब्बत कभी कभी

तन्हा न कट सकेंगे जवानी के रास्ते -2
पेश आएगी किसी की जरूरत कभी कभी -2
मिलती है जिंदगी में मुहब्बत कभी कभी

फिर खो न जाएं हम कहीं दुनिया की भीड़ में -2
मिलती है पास आने की मोहलत कभी कभी
होती है दिलबरों की इनायत कभी कभी
मिलती है जिंदगी में मुहब्बत कभी कभी -2

Friday 20 September 2019

Chalo Ek Baar Fir Se lyrics in Hindi - चलो एक बार फिर से

फिल्म - गुमराह (1963)

गीतकार - साहिर लुधियानवी

संगीतकार - रवि

स्वर - महेंद्र कपूर


चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाएं हम दोनों 
चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाएं हम दोनों

न मैं तुमसे कोई उम्मीद रखूं दिलनवाज़ी की 
न तुम मेरी तरफ देखो गलत अंदाज़ नज़रों से
न मेरे दिल की धड़कन लड़खड़ाए मेरी बातों में
न ज़ाहिर हो तुम्हारी कशमकश का राज़ नज़रों से
चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाएं हम दोनों -2

तुम्हें भी कोई उलझन रोकती है पेशकदमी से
मुझे भी लोग कहते हैं कि ये जलवे पराए हैं
मेरे हमराह भी रुसवाईयां हैं मेरे माज़ी की
तुम्हारे साथ भी गुजरी हुई रातों के साए हैं
चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाएं हम दोनों -2

तआरुफ़ रोग हो जाए तो उसको भूलना बेहतर
ताल्लुक बोझ बन जाए तो उसको तोड़ना अच्छा
वो अफसाना जिसे अंजाम तक लाना ना हो मुमकिन
उसे इक खुबसूरत मोड़ देकर छोड़ना अच्छा
चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाएं हम दोनों -3

Aa Laut Ke Aaja Mere Meet lyrics in Hindi - आ लौट के आजा मेरे मीत

फिल्म - रानी रूपमती (1957)

गीतकार -  भरत व्यास

संगीतकार - श्री नाथ त्रिपाठी

स्वर - मुकेश


लौट के आ, लौट के आ, लौट के आ
आ लौट के आजा मेरे मीत
आ लौट के आजा मेरे मीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं - 2
मेरा सूना पड़ा रे संगीत
मेरा सूना पड़ा रे संगीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं
आ लौट के आजा मेरे मीत

बरसे गगन मेरे बरसे नयन देखो तरसे है मन अब तो आजा - 2
शीतल पवन ये लगाए अगन ओ सजन अब तो मुखड़ा दिखा जा
तूने भली रे निभाई प्रीत
तूने भली रे निभाई प्रीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं
आ लौट के आजा मेरे मीत

एक पल है हंसना एक पल है रोना ऐसा है जीवन का खेला -2
एक पल है मिलना एक पल बिछड़ना दुनिया है दो दिन का मेला
ये घड़ी न जाए बीत
ये घड़ी न जाए बीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं
आ लौट के आजा मेरे मीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं
मेरा सूना पड़ा रे संगीत
मेरा सूना पड़ा रे संगीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं
आ लौट के आजा मेरे मीत


Monday 16 September 2019

Wahi Phir Mujhe Yaad Aane Lage Hain - वही फिर मुझे याद आने लगे हैं

वही फिर मुझे याद आने लगे हैं
जिन्हें भूलने में जमाने लगे हैं

वो हैं पास और याद आने लगे हैं
मोहब्बत के होश अब ठिकाने लगे हैं

सुना है हमें वो भुलाने लगे हैं
तो क्या हम उन्हें याद आने लगे हैं

हटाए थे जो राह से दोस्तों की
वो पत्थर मेरे घर में आने लगे हैं

ये कहना था उनसे मुहब्बत है मुझको
ये कहने में मुझको जमाने लगे हैं

हवाएं चलीं और न मौजें ही उठी
अब ऐसे भी तूफ़ान आने लगे हैं

कयामत यक़ीनन करीब आ गई है
'खु़मार' अब तो मस्जिद में जाने लगे हैं

                                                  ~~ खु़मार बाराबंकवी