फ़िल्म - आया सावन झूम के (1969)
गीतकार - आनंद बख़्शी
संगीतकार - लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
स्वर - लता मंगेशकर, मो. रफ़ी
साथिया नहीं जाना के जी ना लगे - 2
मौसम है सुहाना के जी ना लगे
साथिया नहीं जाना के जी ना लगे
साथिया मैंने माना के जी ना लगे
जी को था समझाना के जी ना लगे
साथिया नहीं जाना के जी ना लगे
मेरे अच्छे बालमा छोडो आज बइयाँ
वो झूठा जो सइयां कल आए ना
जाके फिर आओगी आके फिर जाओगी
आने जाने में जवानी ढल जाए ना
हो छोडो आना जाना के जी ना लगे
साथिया नहीं जाना के जी ना लगे
साथिया मैंने माना के जी ना लगे
जी का बुरा हाल है जब से जी लगाया
तुझे जी में बसाया तेरे हो लिए
जी का था ख्याल तो काहे जी लगाया
मुझे जी में बसाया ए जी बोलिये
हो अब काहे पछताना के जी ना लगे
साथिया मैंने माना के जी ना लगे
साथिया नहीं जाना के जी ना लगे
जाने की तो बालमा मर्ज़ी नहीं मेरी
डर लगता है बैरी जगवालों से
ओय छड्डो वि ना सोनियो जग से डरते हो
जग खुद डरता है दिलवालों से
हो छोडो ये बहाना के जी ना लगे
साथिया नहीं जाना के जी ना लगे
मौसम है सुहाना के जी ना लगे
साथिया नहीं जाना के जी ना लगे
साथिया नहीं जाना के जी ना लगे