फिल्म - हिम्मतवर (1996)
गीतकार - समीर
संगीतकार - नदीम-श्रवण
स्वर - बाबुल सुप्रियो, साधना सरगम
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
तुम जो आये हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं
सारी दुनिया भुलाये बैठी हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
तुम जो आये हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
शोख़ धड़कन की जवानी तुम हो
अब तो साँसों की रवानी तुम हो
जो लिखी है मेरे ख्यालों ने
खूबसूरत वो कहानी तुम हो
मैं भी सपने सजाये बैठी हु
ये ना कहना के बेक़रार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
तुम जो आये हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
चाँद तारों की सुहानी रातें
कैसे भूलूँगी वो मुलाकातें
कितनी दिलकश है कितनी प्यारी है
याद आती है तुम्हारी बातें
दिल की शम्मां जलाए बैठा हूँ
अब तो खुद पे भी इख़्तियार नहीं
सारी दुनिया भुलाये बैठी हु
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
तुम जो आये हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
No comments:
Post a Comment