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Sunday 15 August 2021

Aap Ko Dekh Kar Dekhta Reh Gaya lyrics in Hindi - आप को देख कर देखता रह गया

आप को देख कर देखता रह गया 
क्या कहूँ और कहने को क्या रह गया 
 
आते-आते मेरा नाम-सा रह गया
उसके होंठों पे कुछ काँपता रह गया

वो मेरे सामने ही गया और मैं
रास्ते की तरह देखता रह गया

झूठ वाले कहीं से कहीं बढ़ गए
और मैं था कि सच बोलता रह गया

आंधियों के इरादे तो अच्छे न थे
ये दिया कैसे जलता हुआ रह गया
 
                                                 ~ वसीम बरेलवी
 
                                                   
 
                                                       

 

Saturday 14 August 2021

Pyaar Ka Pahla Khat Likhne Me Waqt To Lagta Hai lyrics in Hindi - प्यार का पहला खत लिखने में वक़्त तो लगता है

प्यार का पहला खत लिखने में वक़्त तो लगता है
नए परिंदों को उड़ने में वक़्त तो लगता है 
 
जिस्म की बात नहीं थी उनके दिल तक जाना था 
लंबी दूरी तय करने में वक़्त तो लगता है 

गाँठ अगर लग जाए तो फिर रिश्ते हों या डोरी 
लाख करें कोशिश खुलने में वक़्त तो लगता है 
 
हमने इलाज़-ए-ज़ख्म-ए-दिल तो ढूँढ़ लिया लेकिन 
गहरे जख्मों को भरने में वक़्त तो लगता है 
 
                                                                     ~ हस्तीमल हस्ती
 

Saturday 22 May 2021

Waqt Ka Ye Parindaa Ruka Hai Kahan lyrics in Hindi - वक़्त का ये परिंदा रुका है कहाँ

वक़्त का ये परिंदा रुका है कहाँ
मैं था पागल जो इसको बुलाता रहा
चार पैसे कमाने मैं आया शहर
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा

लौटता था मैं जब पाठशाला से घर
अपने हाथों से खाना खिलाती थी माँ
रात में अपनी ममता के आँचल तले
थपकियाँ दे के मुझको सुलाती थी माँ
सोच के दिल में एक टीस उठती रही
रात भर दर्द मुझको जगाता रहा
चार पैसे कमाने मैं आया शहर
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा

सबकी आँखों में आँसू छलक आए थे
जब रवाना हुआ था शहर के लिए
कुछ ने माँगी दुआएँ कि मैं खुश रहूं
कुछ ने मंदिर में जाकर जलाए दिए
एक दिन मैं बनूंगा बड़ा आदमी
ये तसव्वुर उन्हें गुदगुदाता रहा
चार पैसे कमाने मैं आया शहर
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा

माँ ये लिखती है हर बार खत में मुझे
लौट आ मेरे बेटे तुझे है क़सम
तू गया जबसे परदेस बेचैन हूँ
नींद आती नहीं भूख लगती है कम
कितना चाहा ना रोऊँ मगर क्या करूँ
खत मेरी माँ का मुझको रुलाता रहा
चार पैसे कमाने मैं आया शहर
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा

Sunday 7 March 2021

Aaj Jaane Ki Zidd Naa Karo lyrics in Hindi - आज जाने की ज़िद ना करो

आज जाने की ज़िद ना करो - 2
यूँ ही पहलू में बैठे रहो
आज जाने की ज़िद न करो
हाय मर जाएंगे हम तो लुट जाएंगे
ऐसी बातें किया ना करो
आज जाने की ज़िद ना करो
हाय मर जाएंगे हम तो लुट जाएंगे
ऐसी बातें किया ना करो
आज जाने की ज़िद ना करो

तुम ही सोचो ज़रा क्यूँ ना रोकें तुम्हें
जान जाती है जब उठ के जाते हो तुम- 2
तुमको अपनी क़सम जानेजां
बात इतनी मेरी मान लो
आज जाने की ज़िद ना करो

यूं ही पहलू में बैठे रहो
आज जाने की ज़िद ना करो
हाय मर जाएंगे हम तो लुट जाएंगे
ऐसी बातें किया ना करो
आज जाने की ज़िद ना करो

वक़्त की कैद में ज़िन्दगी है मगर - 2
चंद घड़ियां यही हैं जो आज़ाद है - 2
इनको खो कर मेरी जानेजाँ
उम्र भर ना तरसते रहो
आज जाने की ज़िद ना करो
हाय मर जाएंगे हम तो लुट जाएंगे
ऐसी बातें किया ना करो
आज जाने की ज़िद ना करो

कितना मासूम रंगीन है ये समां
हुस्न और इश्क़ की आज मैराज़ है - 2
कल की किसको ख़बर जानेजाँ
रोक लो आज की रात को
आज जाने की ज़िद ना करो

यूँ ही पहलू में बैठे रहो
आज जाने की ज़िद ना करो
हाय मर जाएंगे हम तो लुट जाएंगे
ऐसी बातें किया ना करो
आज जाने की ज़िद ना करो

                                                                              ~ फ़य्याज़ हाशमी 

Thursday 22 August 2019

Tumhare Shehar Ka Mausam Bada Suhana Lage lyrics in Hindi - तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे



तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे

मैं एक शाम चुरा लूं अगर बुरा ना लगे


तुम्हारे बस में अगर हो तो भूल जाओ मुझे

तुम्हें भुलाने में शायद मुझे जमाना लगे


जो डूबना है तो इतने सुकून से डूबो

के आस पास की लहरों को भी पता ना लगे


वो फूल जो मेरे दामन से हो गए मंसूब

ख़ुदा करे उन्हें बाज़ार की हवा ना लगे


न जाने क्या है किसी की उदास आँखों में

वो मुंह छुपा के भी जाए तो बेवफ़ा ना लगे


तू इस तरह से मेरे साथ बेवफ़ाई कर

के तेरे बाद मुझे कोई बेवफ़ा ना लगे


तुम आँख मूँद के पी जाओ ज़िंदगी 'क़ैसर'

के एक घूँट में शायद ये बदमज़ा ना लगे



~~ क़ैसर-उल जाफ़री

Sunday 24 February 2019

Hosh Walon Ko Khabar Kya Bekhudi Kya Cheez Hai lyrics in Hindi

               होश वालों को खबर क्या बेखुदी क्या चीज़ है 

फिल्म - सरफ़रोश (1999)

गीतकार - निदा फाज़ली 

संगीतकार - जतिन-ललित 

स्वर - जगजीत सिंह 


होशवालों को खबर क्या बेखुदी क्या चीज़ है - 2
इश्क कीजै फिर समझिये - 2  ज़िन्दगी क्या चीज़ है
होशवालों को खबर क्या बेखुदी क्या चीज़ है

उनसे नज़रें क्या मिलीं रौशन फिज़ाएँ हो गयीं - 2
आज जाना प्यार की जादूगरी क्या चीज़ है - 2
इश्क कीजै फिर समझिये - 2  ज़िन्दगी क्या चीज़ है
 
खुलती जुल्फों ने सिखाई मौसमों को शायरी - 2
झुकती आँखों ने बताया मयकशी क्या चीज़ है - 2
इश्क कीजै फिर समझिये - 2  ज़िन्दगी क्या चीज़ है

हम लबों से कह ना पाए उनसे हाल-ए-दिल कभी - 2
और वो समझे नहीं ये ख़ामोशी क्या चीज़ है - 2
इश्क कीजै फिर समझिये - 2  ज़िन्दगी क्या चीज़ है

Saturday 23 February 2019

Jo Padhte Rahe Hum Kitab-e-Mohabbat Lyrics in Hindi

                 जो पढ़ते रहे हम किताब-ए-मोहब्बत


जो पढ़ते रहे हम क़िताब-ए-मोहब्बत 
नहीं पा सके हम जवाब-ए-मोहब्बत 

चले आओ रंज़िश को दिल में छुपा कर
अभी भूल जाओ हिसाब-ए-मोहब्बत

मेरी बात मानो जरा तुम भी पी लो 
है अमृत सा पानी शराब-ए-मोहब्बत

मिलो इस तरह जैसे गंगा में जमुना  
कहीं दूर रख दो हिज़ाब-ए-मोहब्बत

ना घबराओ ग़ुमनाम दिल अपना खोलो 
चुका दो सभी के हिसाब-ए-मोहब्बत

Thursday 21 February 2019

Khamosh Lab Hain Jhuki Hain Palken lyrics in Hindi

                 खामोश लब हैं झुकी हैं पलकें


ख़ामोश लब हैं झुकी हैं पलकें दिलों में उल्फत नई-नई है
अभी तक़ल्लुफ़ है गुफ़्तगू में अभी मोहब्बत नई-नई है 
ख़ामोश लब हैं झुकी हैं पलकें दिलों में उल्फत नई-नई है

अभी न आएगी नींद तुमको अभी न हमको सुकूं मिलेगा 
अभी तो धड़केगा दिल ज्यादा अभी ये चाहत नई-नई है
ख़ामोश लब हैं झुकी हैं पलकें दिलों में उल्फत नई-नई है

बहार का आज पहला दिन है चलो चमन में टहल के आएं 
फ़ज़ां में खुशबू नयी नयी है गुलों पे रंगत रंगत नई-नई है
ख़ामोश लब हैं झुकी हैं पलकें दिलों में उल्फत नई-नई है

जो खानदानी रईस हैं वो मिज़ा रखते हैं नरम अपना 
तुम्हारा लहज़ा बता रहा है तुम्हारी दौलत नई-नई है
ख़ामोश लब हैं झुकी हैं पलकें दिलों में उल्फत नई-नई है

जरा सा कुदरत ने क्या नवाजा कि आके बैठे हैं पहली सफ़ में 
अभी से उड़ने लगे हवा में अभी तो शोहरत नई-नई है 
ख़ामोश लब हैं झुकी हैं पलकें दिलों में उल्फत नई-नई है

बमों की बरसात हो रही है पुराने जांबाज़ सो रहे हैं 
गुलाम दुनिया को कर रहा वो जिसकी ताकत नई-नई है
ख़ामोश लब हैं झुकी हैं पलकें दिलों में उल्फत नई-नई है
 


                                                                                 ~ शबीना अदीब 

Ye Tay Hua Tha Lyrics in Hindi

                            ये तय हुआ था 

हमेशा एक दूसरे के हक़ में दुआ करेंगे ये तय हुआ था
मिले कि बिछड़े मगर तुम्हीं से वफ़ा करेंगे ये तय हुआ था
हमेशा एक दूसरे के हक़ में दुआ करेंगे ये तय हुआ था

कहीं रहो तुम कहीं रहें हम मगर मोहब्बत रहेगी कायम
जो ये खता है तो उम्र भर ये खता करेंगे ये तय हुआ था
हमेशा एक दूसरे के हक़ में दुआ करेंगे ये तय हुआ था

उदासियाँ हर घडी हो लेकिन हयात काँटों भरी हो लेकिन
हुतूत फूलों की पत्तियों पर लिखा करेंगे ये तय हुआ था
हमेशा एक दूसरे के हक़ में दुआ करेंगे ये तय हुआ था

जहाँ मुक़द्दर मिलाएगा अब वहां मिलेंगे ये शर्त कैसी
जहाँ मिले थे वहीं हमेशा मिला करेंगे ये तय हुआ था
हमेशा एक दूसरे के हक़ में दुआ करेंगे ये तय हुआ था 

लिपट के रो लेंगे जब मिलेंगे गम अपना अपना बयां करेंगे
मगर ज़माने से मुस्कुरा कर मिला करेंगे ये तय हुआ था
हमेशा एक दूसरे के हक़ में दुआ करेंगे ये तय हुआ था

किसी के आँचल में खो गए तुम बताओ क्यूँ दूर हो गए तुम 
कि जान देकर भी हक़ वफ़ा का अदा करेंगे ये तय हुआ था
हमेशा एक दूसरे के हक़ में दुआ करेंगे ये तय हुआ था 


                                                                           ~ शबीना अदीब

Friday 9 February 2018

Sochta Hoon Ki Wo Kitne Masoom The lyrics in Hindi

               सोचता हूँ कि वो कितने मासूम थे 



सोचता हूँ कि वो कितने मासूम थे
क्या से क्या हो गए देखते देखते
मैंने पत्थर से जिनको बनाया सनम
वो खुदा हो गए देखते देखते

हश्र है वहशत-ए-दिल की आवारगी
हमसे पूछोमोहब्बत की दीवानगी
जो पता पूछते थे किसी का कभी
लापता हो गए देखते देखते

हमसे ये सोच कर कोई वादा करो
एक वादे पे उमरें गुजर जायेंगी
ये है दुनिया यहाँ कितने अहल-ए-वफ़ा
बेवफा हो गए देखते देखते

गैर की बात तस्लीम क्या कीजिये
अब तो ख़ुद पे भी हमको भरोसा नहीं
अपना साया समझते थे जिनको कभी
वो जुदा हो गए देखते देखते

Thursday 8 February 2018

Hame To Ab Bhi Wo Gujra Jamana Yaad Aata Hai lyrics in Hindi

            हमें तो अब भी वो गुजरा जमाना याद आता है 


हमें तो अब भी वो गुजरा जमाना याद आता है -2 
तुम्हे भी क्या कभी कोई दीवाना याद आता है 
हमें तो अब भी वो गुजरा जमाना याद आता है

हवाएं तेज़ थी बारिश भी थी तूफ़ान भी था लेकिन -3 
तेरा ऐसे में भी वादा निभाना याद आता है -2 
हमें तो अब भी वो गुजरा जमाना याद आता है

गुजर चुकी थी बहुत रात बातों बातों में -3 
फिर उठ के वो तेरा शम्मा बुझाना याद आता है -2 
हमें तो अब भी वो गुजरा जमाना याद आता है

घटाएं कितनी ही देखी हैं पर मुझे 'इसरार' -3 
किसी का रुख पे वो जुल्फें गिराना याद आता है -2 
हमें तो अब भी वो गुजरा जमाना याद आता है
तुम्हे भी क्या कभी कोई दीवाना याद आता है 
हमें तो अब भी वो गुजरा जमाना याद आता है

                                                           ~ मुनीर नियाज़ी                           

 

Wednesday 7 February 2018

Chamakte Chand Ko Tuta Hua Tara Bana Dala lyrics in Hindi

            चमकते चाँद को टूटा हुआ तारा बना डाला 

फिल्म: आवारगी (1990)

गीतकार: आनंद बक्षी

संगीतकार: अनु मालिक

स्वर: गुलाम अली

  

चमकते चाँद को टूटा हुआ तारा बना डाला
मेरी आवारगी ने मुझको आवारा बना डाला

बड़ा दिलकश, बड़ा रँगीन, है ये शहर कहते हैं
यहाँ पर हैं हज़ारों घर, घरों में लोग रहते हैं
मुझे इस शहर की गलियों का बंजारा बना डाला
चमकते चाँद को टूटा...

मैं इस दुनिया को अक्सर देखकर हैरान होता हूँ
न मुझसे बन सका छोटा सा घर, दिन रात रोता हूँ
खुदाया तूने कैसे ये जहां सारा बना डाला
चमकते चाँद को टूटा...

मेरे मालिक, मेरा दिल क्यूँ तड़पता है, सुलगता है
तेरी मर्ज़ी, तेरी मर्ज़ी पे किसका ज़ोर चलता है
किसी को गुल, किसी को तूने अंगारा बना डाला
चमकते चाँद को टूटा...

यही आग़ाज़ था मेरा, यही अंजाम होना था
मुझे बरबाद होना था, मुझे नाकाम होना था
मेरी तक़दीर ने मुझको, तक़दीर का मारा बना डाला
चमकते चाँद को टूटा...

Tuesday 6 February 2018

Itna Toota Hoon Chhune Se Bikhar Jaunga lyrics in Hindi

                      इतना टूटा हूँ कि छूने से बिखर जाऊंगा

इतना टूटा हूँ कि छूने से बिखर जाऊँगा -2
अब अगर और दुआ दोगे तो मर जाऊँगा
इतना टूटा हूँ कि छूने से बिखर जाऊँगा -2 

पूछकर मेरा पता वक्त रायदा न करो -2
मैं तो बंजारा हूँ क्या जाने किधर जाऊँगा -2
अब अगर और दुआ दोगे तो मर जाऊँगा
इतना टूटा हूँ कि छूने से बिखर जाऊँगा

हर तरफ़ धुंध है, जुगनू है, न चराग कोई -2
कौन पहचानेगा बस्ती में अगर जाऊँगा -2
अब अगर और दुआ दोगे तो मर जाऊँगा
इतना टूटा हूँ कि छूने से बिखर जाऊँगा

ज़िन्दगी मैं भी मुसाफिर हूँ तेरी कश्ती का -2 
तू जहाँ मुझसे कहेगी मैं उतर जाऊँगा -2
अब अगर और दुआ दोगे तो मर जाऊँगा
इतना टूटा हूँ कि छूने से बिखर जाऊँगा

फूल रह जायेंगे गुलदानों में यादों की 'नज़र' -2
मै तो खुशबु हूँ फिज़ाओं में बिखर जाऊँगा -2
अब अगर और दुआ दोगे तो मर जाऊँगा
इतना टूटा हूँ कि छूने से बिखर जाऊँगा 
अब अगर और दुआ दोगे तो मर जाऊँगा
इतना टूटा हूँ कि छूने से बिखर जाऊँगा 
बिखर जाऊँगा.... बिखर जाऊँगा ....

                                                                   ~ मोईन नज़र

Monday 5 February 2018

Tu Kahi Bhi Rahe lyrics in Hindi

                           तू कही भी रहे


तू कहीं भी रहे, सर पे तेरे इल्ज़ाम तो है -2
तेरे हाथों की लकीरों में मेरा नाम तो है
तू कहीं भी रहे, सर पे तेरे इल्ज़ाम तो है

मुझको तू अपना बना या ना बना तेरी ख़ुशी -3
तू ज़माने में मेरे नाम से बदनाम तो है 
तू कहीं भी रहे, सर पे तेरे इल्ज़ाम तो है

मेरे हिस्से में कोई ज़ाम ना आया ना सही -3
तेरी महफ़िल में मेरे नाम कोई शाम तो है 
तू कहीं भी रहे, सर पे तेरे इल्ज़ाम तो है

देख कर लोग मुझे नाम तेरा लेते हैं -3
इसपे मैं खुश हूँ मोहब्बत का ये अंजाम तो है 
तू कहीं भी रहे, सर पे तेरे इल्ज़ाम तो है

वो सितमगर ही सही देख के उसको 'साबिर' -3
शुक्र है इस दिल-ए-बीमार को आराम तो है 
तू कहीं भी रहे, सर पे तेरे इल्ज़ाम तो है-2
तेरे हाथों की लकीरों में मेरा नाम तो है
तू कहीं भी रहे, सर पे तेरे इल्ज़ाम तो है

                                                                            ~ साबिर जलालाबादी 

Friday 2 February 2018

Rafta Rafta Wo Mere lyrics in Hindi

                           रफ्ता रफ्ता वो मेरे


रफ़्ता रफ़्ता  वो मेरी हस्ती का सामां हो गये
पहले जां, फिर जानेजां, फिर जानेजाना हो गये
रफ़्ता रफ़्ता वो मेरी हस्ती का सामां हो गये

दिन-ब-दिन बढती गईं इस हुस्न की रानाइयां
पहले गुल, फिर गुल-बदन, फिर गुल-बदामां हो गए
रफ़्ता रफ़्ता वो मेरी हस्ती का सामां हो गये

आप तो नज़दीक से नज़दीक-तर आते गए
पहले दिल, फिर दिलरुबा, फिर दिल के मेहमां हो गए
रफ़्ता रफ़्ता वो मेरी हस्ती का सामां हो गये

प्यार जब हद से बढ़ा सारे तकल्लुफ मिट गए
आप से, फिर तुम हुए, फिर तू का उनवाँ हो गए
रफ़्ता रफ़्ता वो मेरी हस्ती का सामां हो गये



                                                                      ~ तस्लीम फ़ाज़ली

Tuesday 23 January 2018

Mehfil Me Baar Baar lyrics in Hindi

                            महफ़िल में बार बार 

एल्बम - नग़मा-ए-दिल (1991)

शायर - आगा बिस्मिल

स्वर - ग़ुलाम अली खान 

महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गयी 
हमने बचायी लाख मगर फिर भी उधर गयी 
महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गयी 

उनकी नज़र में कोई तो जादू जरूर है 
जिस पर पड़ी उसी के जिगर तक उतर गयी 
महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गयी 

उस बेवफा की आँख से आंसू छलक पड़े 
हसरत भरी निगाह बड़ा काम कर गयी
महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गयी 

उनके जमाल-ए-रूख पे उन्ही का जमाल था 
वो चल दिए तो रौनक-ए-शामों सहर गयी 
महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गयी 

उनको खबर करो की है बिस्मिल करीब-ए-मर्ग 
वो आएंगे जरूर जो उन तक खबर गयी 
महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गयी 
हमने बचायी लाख मगर फिर भी उधर गयी 
महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गयी 

Saturday 11 November 2017

Lyrics of Ham Tere Sheher Me Aayen Hain Musafir Ki Taraah

                     हम तेरे शहर में आए हैं मुसाफिर की तरह


हम तेरे शहर में आये हैं मुसाफिर की तरह-2
सिर्फ एक बार मुलाकात का मौका दे दे
हम तेरे शहर में आये हैं मुसाफिर की तरह-2

मेरी मंजिल है कहाँ मेरा ठिकाना है कहाँ-2
सुबह तक तुझसे बिछड़ कर मुझे जाना है कहाँ
सोचने के लिए इक रात का मौका दे दे
हम तेरे शहर में आये हैं मुसाफिर की तरह-2

अपनी आँखों में छुपा रखे हैं जुगनू मैंने-2
अपनी पलकों पे सजा रखे हैं आंसू मैंने
मेरी आँखों को भी बरसात का मौका दे दे
हम तेरे शहर में आये हैं मुसाफिर की तरह-2

आज की रात मेरा दर्द-ए-मुहब्बत सुन ले-2
कँपकँपाते हुए होठों की शिकायत सुन ले
आज इज़हार-ए-ख़यालात का मौका दे दे
हम तेरे शहर में आये हैं मुसाफिर की तरह-2

भूलना था तो इक़रार किया ही क्यों था-2
बेवफा तूने मुझे प्यार किया ही क्यों था
सिर्फ दो - चार सवालात का मौका दे दे
हम तेरे शहर में आये हैं मुसाफिर की तरह-2
सिर्फ एक बार मुलाकात का मौका दे दे
हम तेरे शहर में आये हैं मुसाफिर की तरह-3